दिल्ली समाजहित
एक्सप्रेस (रघुबीर सिंह गाड़ेगांवलिया) l संविधान निर्माता बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के
नाम पर सियासत कर सत्ता हथियाने को सभी राजनीतिक दल तैयार है, लेकिन किसी राजनेता और किसी राजनीतिक
दल का देश में लगी बाबा साहेब की प्रतिमा स्थल के आसपास पसर रही गंदगी की साफ-सफाई
करवाने की तरफ ध्यान नहीं गया, जिसे देखकर संविधान निर्माता बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के
अनुयायियों का मन दुखी होता है ।
कुछ महापुरुष देश
और समाज की भलाई के लिए अच्छे काम कर जाते हैं ताकि लोग उनके काम से प्रेरणा लें l
जिसके लिए बकायदा उनकी मूर्तियां चौराहे पर स्थापित की जाती हैं, ताकि आते जाते लोग
उनसे प्रेरणा लें l हालांकि मूर्ति लगने के बाद में प्रशासन की लापरवाही के कारण इनका क्या हश्र
होता है, ये आप अपनी आंखों से देख सकते हैं l
दरअसल बाबा साहब
की प्रतिमा के नाम पर चौक पर प्लाट तो अलॉट कर दिया गया, लेकिन कुछ लोग ने निजी
स्वार्थ के लिए इस चौक का प्रयोग अपनी जेब भरने के लिए करते हैं । दरअसल प्रतिमा
स्थल पार्क की ग्रिलो व दीवारों पर विभिन्न कंपनियों के प्रमोशनल स्टिकर लगा दिए
जाते हैं जिनसे पैसे लिए जाते हैं । ये स्टिकर जहां चौक को बदसूरत करते हैं वहीं
इनका यहां प्रयोग किया जाना अफसरशाही पर भी सवाल उठाता है ।
बाबा साहब का एक
अनुयायी जयपुर से करोली जा रहा था,
लालसोट स्टेण्ड पर चाय
पीने रुका, जहां एक कोने में बाबा साहेब डॉ. भीमराव
अम्बेडकर जी कि प्रतिमा लगी हुई थी,
जब वह नजदीक जाकर उपरोक्त
वर्णित नजारा देखा तो वह शर्मा टी स्टाल पर बैठकर दुखी दिल से बहुत रोया l
No comments:
Post a Comment