Sunday, October 25, 2020

नीट परीक्षा के रिजल्ट में मेधावी छात्र को कम मार्क्स दिए गए, आपत्ति जताने पर पुनः जाँच में, वह एसटी वर्ग में ऑल इंडिया टॉपर निकला

 


दिल्ली समाजहित एक्सप्रेस (रघुबीर सिंह गाड़ेगांवलिया) l मेडिकल पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए नेशनलट टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) द्वारा आयोजित NEET 2020 का परिणाम हाल ही में 16 अक्टूबर को जारी किया गया था । जिसमे राजस्थान के एक छात्र को को बहुत कम नम्बर दिए गए l छात्र ने अपनी आपत्ति जताते हुए, एनटीए के रिजल्ट को चुनौती दी गई l पुनः जाँच में, वह एसटी वर्ग में ऑल इंडिया टॉपर निकला । पीड़ित छात्र की निराशा खुशियों में बदल गई l

प्राप्त जानकारी के मुताबिक नीट 2020 के परीक्षा परिणामों में एक बड़ी गलती सामने आई है । राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले गंगापुर शहर के रहने वाले 17 वर्षीय मृदुल रावत के लिए एनटीए की यह गलती किसी भयानक सपने जैसे थी । 16 अक्टूबर को जब एनटीए रिजल्ट जारी किया गया तब एनटीए ने मृदुल को 720 में 329 अंक ही दिए । जबकि हकीकत में मृदुल को आंसर की के हिसाब से 720 में से 650 अंक मिल रहे थे ।

मृदुल ने पत्रकारों को  बताया, 'एनटीए रिजल्ट के अनुसार मैं वर्चुअली नीट 2020 में फेल हो गया था, मुझे किसी भी मेडिकल कॉलेज में इन अंकों से एडिशन नहीं मिलता।''रिजल्ट आने पर मैँ रोने लगा था और तनाव में था । मुझे पूरा भरोसा था कि मैं 650 अंकों के साथ नीट क्रैक करूंगा । लेकिन जब रिजल्ट देखा तो खुद को संभाल नहीं पाया।' मृदुल ने आगे कहा, 'मेरे पैरेंट्स ने मेरा हौसला बढ़ाया और जिसके बाद एनटीए के रिजल्ट को ओएमआर रिस्पॉन्स शीट और आंसर की के आधार पर चैलेंज किया । मैंने इसे एनटीए को ट्वीट किया जिसके बाद मेरे रिजल्ट में सुधार किया गया ।' उसने कहा, "जैसे ही एनटीए ने अपनी गलती स्वीकार कर मेरी संशोधित मार्कशीट जारी की तो मेरी निराशा खुशियों में बदल गई । मुझे 720 में से 650 अंक मिले, जिसके अनुसार नीट 2020 के परिणामो में मैं एसटी कैटेगरी में ऑल इंडिया टॉपर बना ।"

मृदुल के अनुसार उसकी सामान्य वर्ग में ऑल इंडिया रैंक 3577 है ।'हालांकि एनटीए की ओर से जारी की गई दूसरी मार्कशीट में भी गलती देखने को मिली । इस बार अंकों का जोड़ तो 650 था लेकिन शब्दों में तीन सौ उनत्तीस ही लिखा मिला ।' 'जिसके बाद आज मैंने फिर एनटीए से संपर्क किया । इसके बाद एनटीए ने दोबारा से संशोधित मार्कशीट जारी की जिसमें अंकों और शब्दों दोनों में 650 अंक लिख गए ।'मृदुल कोटा में आकाश कोचिंग इंस्टीट्यूट से कोचिंग ले रहा था । कोटा में आकाश इंस्टीट्यूट के क्षेत्रीय निदेशक अखिलेश दीक्षित अनुसार  यह एनटीए की बहुत ही भयानक गलती थी जिसे होने से रोका जाना चाहिए था ।

 

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