Friday, November 22, 2019

आर.जे.एस. परीक्षा में रैगर समाज की 03 लड़कियों और एक लड़के ने कामयाबी का परचम लहराया



दिल्ली समाजहित एक्सप्रेस (रघुबीर सिंह गाड़ेगांवलिया) l राजस्थान हाईकोर्ट प्रशासन द्वारा राजस्थान न्यायिक सेवा भर्ती परीक्षा-2018 का परिणाम मंगलवार देर रात 19 नवंबर को घोषित किया गया l लम्बे इंतजार के बाद अभ्यर्थीयों को अपना रिजल्ट बुधवार सुबह देखने को मिला l जिसमें 197 अभ्यर्थियों का चयन हुआ है इस परीक्षा में टॉप 10 में इस बार 8 बेटियों ने बाजी मारी है l इस परीक्षा में रैगर समाज की प्रतिभाशाली 03 बेटियों ने बाजी मारी है। वहीं, एक स्थान पर पुरूष अभ्यर्थी ने कामयाबी हासिल की है ।
एससी के सफल हुए 30 अभ्यर्थियों में से 04 रैगर समाज के प्रतिभाशाली बेटे और बेटियों का चयन हुआ है l रैगर समाज के चमकते सितारे नेहा मौर्य, सुमन मुंडोतिया, ज्योति भट्ट व विजय कुमार बाकोलिया ने राजस्थान न्यायिक सेवा परीक्षा में चयनित होकर समाज का नाम रोशन किया l रैगर समाज के इन चारो युवक-युवतियों की सफलता में इनके मेहनत और लगन ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है । अपने दम पर ये मंजिल तक पहुंच गए l परीक्षा परिणाम घोषित होने के बाद इन चारो के परिजनों में खुशी का माहौल छा गया । सभी चयनित अभ्यर्थियों ने अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता, परिजनों एवं गुरुजनों को दिया।

राजस्थान न्यायिक सेवा (RJS)  में सफल होनेवाली रैगर समाज की प्रतिभाशाली बेटी नेहा मौर्य सुपुत्री देशराज मौर्य व प्रसिद्द समाजसेवी रहे स्वर्गीय छीतर मल मौर्य की सुपौत्री है l इसके पिता देशराज मौर्य नाबार्ड में सहायक महाप्रबंधक के पद पर है l इनका निवास मनोहरपुरा जगतपुरा जयपुर में है । नेहा के दादा प्रसिद्द समाजसेवी स्वर्गीय छीतर मल मौर्य का जयपुर स्थित श्री रैगर छात्रावास के निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान रहा है।

बाड़मेर निवासी विजय कुमार बोकोलिया पुत्र हेमराज बोकोलिया ने मेहनत और लग्न से अध्ययन कर राजस्थान न्यायिक सेवा (RJS)  में 180वी रैंक हासिल कर रैगर (जटिया) समाज बाड़मेर का नाम रोशन किया l इनकी माता का नाम सुशीला देवी बोकोलिया है l परिजनों, मित्रो व् समाज के लोगो द्वारा स्वागत करने और बधाई देने वालो का ताँता लगा हुआ है l
इन युवक-युवतियों के चयन होने से राजस्थान में रैगर समाज के लगभग 15 न्यायिक सेवा अधिकारी हो गए हैं । समाज के इतिहास में न्याय क्षेत्र में यह अत्यंत गर्व का अवसर है । सभी चयनित न्यायिक सेवा अधिकारियों ने रैगर समाज को गौरवान्वित किया है l रैगर समाज के होनहारों ने न्यायाधीश पद पर चयनित होकर गाँव व अपने परिवार का नाम रोशन किया है । रैगर समाज के प्रतिभाशाली युवाओं के लिए यह अनुकरणीय व प्रेरणा का संदेश भी है ।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक आरजेएस सिविल जज कैडर-2018 की प्रारंभिक परीक्षा के लिए 42 हजार 117 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था, लेकिन 7- 8 सितम्बर को परीक्षा में 27 हजार 776 अभ्यर्थी ही बैठे l प्रारंभिक परीक्षा के परिणामों के आधार पर 3 हजार 675 अभ्यर्थी मुख्य परीक्षा में बैठने के लिए पात्र पाए गए, लेकिन औसतन 3200 अभ्यर्थी ही मुख्य परीक्षा में बैठे l मुख्य परीक्षा का परिणाम 16 अक्टूबर को घोषित किया गया था, जिसमे 499 अभ्यर्थी सफल हुए और साक्षात्कार 9 नवंबर को 499 अभ्यर्थी इंटरव्यू में शामिल हुए थे, इनमें 197 अभ्यर्थी सफल हुए, जिसमें 103 अभ्यर्थी सामान्य वर्ग,ओबीसी के 41, एससी के 30 और 23 अभ्यर्थी एसटी के चयनित हुए है । इनमें अगर मैरिट के टॉप-10 की बात की जाए तो महिलाओ ने 80 फीसदी पदों पर कब्जा किया है और 197 में से 126 महिलाएं यानी 64% पदों पर विभिन्न वर्गों में महिला अभ्यर्थी सफल हुई हैं ।
राजस्थान न्यायिक सेवा (RJS)  परीक्षा 2018 के परिणाम के आधार पर राजस्थान न्यायिक सेवा में नेहा मौर्य, सुमन मुंडोतिया, ज्योति भट्ट व विजय कुमार बाकोलिया आदि ने चयन होकर समाज का नाम रोशन करने वाले सितारों को समाजहित एक्सप्रेस परिवार की और से हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं॥

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