दिल्ली समाजहित
एक्सप्रेस (रघुबीर सिंह गाड़ेगाँवलिया) l सीकर जिले के दांतारामगढ़ से हीरा लाल रैगर कमाने के लिए दुबई गया हुआ है,
वह पिछले 18 वर्षों से दुबई में आबू धाबी की अल जब्बार ट्रांसपोर्ट एंड जनरल
कंस्ट्रक्शन कंपनी में काम कर रहा है l पांच महीने पहले 19 जनवरी को फोन पर पत्नी
से आखिरी बार बात हुई उसके बाद से उसका कहीं कुछ अता पता नहीं है । पत्नी ने भारतीय विदेश
मंत्री, मुख्यमंत्री,सांसद, विधायक और कलेक्टर को पत्र लिखकर पति के वतन वापसी की
गुहार लगाई है ।
प्राप्त जानकारी के
अनुसार रामगढ़ कस्बे के वार्ड नंबर 17 का रहने वाला 38 वर्षीय हीरा लाल रैगर पिछले 18 वर्षों
से दुबई में आबू धाबी की अल जब्बार ट्रांसपोर्ट एंड जनरल कंस्ट्रक्शन कंपनी में काम
कर रहा है l हीरा लाल रैगर की 19 जनवरी को आखिरी बार पत्नी
से फोन पर बात हुई, उसने फोन पर जल्द ही भारत लौटने की बात कहीं थी । अब उसका फोन
नंबर भी बंद है और उसका कहीं कुछ अता पता नहीं है ।
फोन पर सम्पर्क
नहीं होने से परिजन परेशान है, पत्नी सरस्वती देवी और उनकी दो बेटियां व 10 वर्षीय
एक पुत्र तथा परिवार के अन्य सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल है l वह भारत सरकार से
गुहार लगा रही है कि शीघ्र ही उसके पति हीरा लाल रैगर का पता लगाकर उसे भारत लाने
की कार्यवाही करें l
परिजनों की और से
भारतीय विदेश मंत्रालय में विदेश मंत्री, राजस्थान के मुख्यमंत्री,क्षेत्रीय सांसद, विधायक और कलेक्टर को पत्र लिखकर लापता युवक हीरा लाल
रैगर के वतन वापसी की गुहार लगाई है । लेकिन अभी तक उसका कहीं कुछ अता पता नहीं है
। पांच महीने बीत जाने के बाद भी भारत सरकार व
दुबई के आबू धाबी की अल जब्बार
ट्रांसपोर्ट एंड जनरल कंस्ट्रक्शन कंपनी से कोई संतोषजनक जवाब नहीं आया है l परिवार
लगातार सरकारी कार्यलयों के चक्कर लगा कर मदद मांग रहा है l
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