Thursday, October 15, 2020

अंकुश और अश्विनी ये खुद के लिए नहीं बेचते रेहड़ी पर नाश्ता

दिल्ली समाजहित एक्सप्रेस (न्यूज़) l  आजकल रोजाना ही अखबारों, न्यूज चैनलों में अपने बुजुर्ग माता-पिता के साथ उनके बच्चों द्वारा किये दुर्व्यवहार की खबरें आती रहती यहीं नहीं सोशल साइट्स पर भी ऐसी पोस्टो की भरमार रहती है कि आज के कामकाजी युवा किस तरह का व्यवहार करते अपने बुजुर्गों, माता-पिता के साथ, लेकिन ऐसे में यदि वेल एजुकेटेड और वेल सेटल्ड युवा दम्पति अपनी होम मेड मतलब घरेलू काम करने वाली बाई के लिए अल सुबह चार बजे से साढ़े नौ बजे तक काम करे और फिर अपने अपने आफिस जाएं तो इसे बहुत ही सुखदायक खबर मानेगे वैसे शायद सहज ही इस पर विश्वास नहीं करेगें लेकिन ये सच है कांदीवली स्टेशन (मुंबई) के बाहर, सुबह का नाश्ता बेचते ये दम्पति आपको दिखेगें जो इस स्वप्न को सच में बदल रहे हैं ।

अंकुश आगम शाह और अश्विनी शिनॉय शाह ये खुद के लिए नहीं करते और इनको पैसे की भी कोई कमी नहीं है । जो खुद से ज्यादा किसी और के लिए सोचते हैं l आप विश्वास नहीं करेंगे, सुबह 4 बजे से 9:30 तक नाश्ता बेचने वाले ये सुपर दम्पति MBA पढ़े हैं, गुजराती परिवार से है और इनके पास अच्छी नौकरी भी है । हर दिन सुबह यह लोग अपनी 55 वर्षीय मेड/कुक/बाई द्वारा बने सामानों को बेचते हैं और सारी कमाई उन्हें सौंपते हैं ताकि वो अपने बीमार पति का इलाज करा सके और मेड के बच्चों की पढ़ाई, बिना किसी से मदद माँगे ढंग से हो सके । कांदीवली स्टेशन के बाहर, सरोवर रेस्टोरेंट के पास इनके ठेले पर इडली, पाव, बन मशका, पोहा इत्यादि सुबह का नाश्ता सस्ते दामों पर मिलता है। इस दुकान पर सुकून और सेवा की मुस्कान भी मुफ़्त मिलेगी । ऐसे हीं लोग एहसास दिलाते हैं कि इंसानियत आज भी जिन्दा है ।


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