Thursday, October 29, 2020

रैगर समाज के प्रतिभाशाली युवा कलाकार हरीश फुलवारी ने पेंटिंग की कला के बल पर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कराया

 


दिल्ली समाजहित एक्सप्रेस (रघुबीर सिंह गाड़ेगांवलिया) l ब्यावर में रैगर समाज के प्रतिभाशाली युवा कलाकार हरीश फुलवारी ने 114 कौड़ियों पर प्रथम गुरू माता से लेकर भारत के महापुरुषों के चित्र बनाकर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज करवाया । इस उपलब्धि पर पर हरीश ने कहा कि माता-पिता, गुरूजनों व डॉ भीमराव अंबेडकर के आशीर्वाद से मेरा नाम इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज हुआ है l

प्राप्त जानकारी के मुताबिक फुलवारी के अनुसार किसी भी कलाकार के जीवन में प्रथम गुरु माता होती है इसलिए मैंने अपनी माता को गुरु मानते हुए उनका चित्र कोड़ियों पर बनाया l इसके बाद ही मैंने डॉ० भीमराव अम्बेडकर, महात्मा गाँधी,ज्योतिबा फुले, सावित्री बाई फुले,एपीजे अब्दुल कलाम,चंद्रशेखर आजाद, मदर टेरेसा, जवाहरलाल नेहरु, अटल बिहारी वाजपेयी, जयनारायण व्यास, जमनालाल बजाज व अशोक गहलोत आदि के चित्र 114 कोड़ियों पर बनाये है l

फुलवारी ने कौड़ियों पर चित्र बनाने के बारें में बताया कि कौड़ियां पवित्र होने के साथ साथ प्राचीन काल में व्यापार में लेनदेन की मुद्रा के रूप प्रयोग होती थी l इसके अलावा कौड़ियां धार्मिक, सांस्कृतिक, सामाजिक रीति-रिवाजो, तंत्र व चिकित्सा आदि के क्षेत्रों में विशेष उपयोगी रही है l कौड़ियों की उपयोगिता को ध्यान में रखते हुए मैं इन पर पेंटिंग बनाने के लिए प्रेरित हुआ हूँ l

मेरे इस वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने में मेरे पिता मदन लाल फुलवारी भाई घनश्याम फुलवारी व पंकज फुलवारी का समय समय पर मार्गदर्शन और सहयोग रहा है और विशेष तौर पर मेरे इस कार्य करने की प्रेरणा और श्रेय प्रथम गुरु मेरी माँ विमला देवी फुलवारी को जाता है । इन सभी के सहयोग और मार्गदर्शन से आज यह उपलब्धि मुझे हासिल हुई है l

हरीश की पेंटिंग के कार्य को देखने के लिए पूरे भारतवर्ष से लोगों का आना लगा रहता । राजस्थान के विभिन्न स्कूलों और कॉलेजों के विद्यार्थियों ने भी पहुंचकर हरीश का हौसला अफजाई किया है । हरीश ने अपनी पेंटिंग की कला के बल पर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज करा कर फुलवारी परिवार, ब्यावर राजस्थान सहित रैगर समाज को गौरवान्वित किया है l हरीश की इस उपलब्धि पर उनके परिजनों को उनके शुभचिंतकों और रैगर समाज के लोगो ने उन्हें बधाई और शुभकामनाएं दी है l

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