Saturday, August 26, 2017

रैगर समाज की लाडली बेटी अर्चना जग्गरवाल को पेरिस में पेरिस वर्ल्ड गेम्स में स्वर्ण पदक



दिल्ली, समाजहित एक्सप्रेस (रघुबीर सिंह गाड़ेगाँवलिया) ।भीलवाड़ा के पास ही छोटे से गांव में जन्मी रैगर समाज की लाडली बेटी अर्चना जग्गरवाल अपने परिवार, समाज और राष्ट्र का सिर फक्र से ऊंचा करने में जुटी हैं। रैगर समाज के इतिहास में पहली बार किसी बेटी ने भारतीय अंडर-15 टीम में जगह बनाई और विदेश में फ्रांस के पेरिस में ‘पेरिस वर्ल्ड गेम्स - 2017में स्वर्ण पदक प्राप्त किया हो ।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक भीलवाड़ा का कांवाखेड़ा शहर की कच्ची बस्ती है। जहाँ मूलभूत सुविधाएं भी नहीं हैं। यहां खेलने के लिए कभी मैदान भी नहीं हुआ करता था। इस बस्ती ने इस साल में भीलवाड़ा का देश में नाम कर दिया। पार्षद मंजू पोखरना ने छह साल पहले मैदान तैयार करवाया था। यहां प्रोपर्टी कारोबारी विजय बाबेल सुबह-शाम प्रशिक्षण देने लगे। बस्ती के बच्चों को वे किट, बॉल, जूते तक उपलब्ध कराते हैं। उनकी मेहनत का नतीजा अब नजर आने लगा। तीन बेटियां भारतीय बॉस्केटबॉल की उस टीम का हिस्सा रहीं जो फ्रांस में वर्ल्र्ड स्कूल गेम्स में अपने-अपने वर्ग में गोल्ड और ब्रांज मेडल जीत चुकी हैं। बास्केटबॉल दुनिया के उन खेलों में शुमार है, जिसमें जबर्दस्त स्टैमिना और स्किल्स की जरूरत पडती है।
मिलेगी जरुर परिंदों को मंजिल ये उनके पर बोलते हैं,
रहते हैं कुछ लोग खामोश लेकिन उनके हुनर बोलते हैं| “
चहुमुखी विकास के लिए मनुष्य के जीवन में खेल और शिक्षा का बराबर महत्व है। मनुष्य को प्रेरणा और सीख का जो पाठ शिक्षा नहीं सीखा पाती, वह उसे खेल के मैदान में सीखने को मिलता है। खेल खेलते समय अनुशासन में रहना, अपने कोच की आज्ञा का पालन करना, जीत के समय उत्साह और हारने पर सहनशीलता, टीम के सदस्यों के साथ सहयोग की भावना रखना तथा अपनी असफलता का पता लगने पर जीत के लिए पुन: प्रयत्न करना जैसे गुण हम खेलों के माध्यम से ही ग्रहण करते हैं।
अर्चना जग्गरवाल का जन्म भीलवाड़ा के एक गाँव में 5 नवम्बर 2004 में रैगर परिवार में हुआ। उनके पिता का नाम खेमराज रैगर व माता श्रीमती सुंदर देवी रैगर है उनके पैतृक गाँव, बोलो का सावता, तहसील गंगरार, जिला चित्तौड़गढ़ में है। उनके माता पिता चित्तौड़गढ़ से भीलवाड़ा चले आए जहां उनके पिताजी श्री खेमराज रैगर कठोर मेहनत से मजदूरी हमाली का कार्य करने लगे। खेमराज रैगर के परिवार में 10 सन्ताने, जिनमे 5 लड़कियां और 5 लड़के है जिनमे अर्चना सबसे छोटी व सब की लाड़ली है, जोकि जन्म से ही लडको जैसी प्रवृत्ति की रही है उसका रहन सहन तथा परिवेश भी लड़कों जैसा ही रहा है तथा सबसे खास बात यह कि उसकी स्कूल ड्रेस भी हमेशा लडको जैसी ही थी तथा लड़कियों के कपड़े कभी नहीं पहने और बचपन से ही घर में खेल का माहौल रहा है ।
अर्चना जग्गरवाल के चाचा जी राष्ट्रीय स्तर के पहलवान रह चुके हैं, तथा उसके सभी भाई अपने-अपने खेल में जैसे क्रिकेट व कुश्ती में राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी रह चुके हैं । .इन सभी कारणों से परिवार में खेल का माहौल भी अच्छा रहा है ।
अर्चना जब 2011-12 में कावाखैड़ा के विकास पब्लिक स्कूल तीसरी कक्षा में पढ़ रही थी तब कावाखैड़ा बास्केटबॉल ग्राउंड पर अपना पहला कदम रखा, तो वहा के कोच श्री विजय बाबेल ने उसकी प्रतिभा को जल्द ही पहचान कर उसके भैया को ग्राउंड पर बुलाया और कहा कि आपकी बहन एक दिन जरुर आपका व आपकी समाज का नाम रोशन करेगी और उन्होंने कहा कि उसके सीखने की लगन और कठिन मेहनत दूसरे बच्चों से काफी तेज है । अर्चना का बास्केट बॉल खेल खेलने का शौक बढता गया । शायद तभी से उनके भाई को अर्चना की प्रतिभा का अनुमान लग गया था कि उनकी सबसे छोटी व सब की लाड़ली बहन को भविष्य में किस राह पर जाना है ।
चौथी क्लास में अपना पहला टूर्नामेंट खेला जोकि गुलाबपुरा (भीलवाड़ा) में आयोजित हुआ जिसमें उसकी स्कूल ने प्रथम स्थान प्राप्त किया, फिर अगले साल भीलवाड़ा के रोजत पब्लिक स्कूल की कक्षा 67 में जिले की बेस्ट प्लेयर के साथ-साथ राजस्थान की भी बेस्ट लेयर बनी और राजस्थान अंडर-14 टीम का प्रतिनिधित्व किया ।
अर्चना जग्गरवाल बड़ी लग्न व जिम्मेदारी से खेल को खेलती जिसे देखकर कोच श्री विजय बाबेल का उनमे विश्वास बढा और विजय बाबेल सर के मार्गदर्शन से भारतीय खेल प्राधिकरण (साईं) ट्रेनिंग सेंटर छत्तीसगढ़ में ट्रायल हुई जिसमें उसका चयन हुआ उसके बाद अर्चना की आगे की शिक्षा के लिए छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव में ही DPS में एडमिशन हुआ, और वह अपने बेहतर प्रदर्शन से छत्तीसगढ़ टीम का नेतृत्व करते हुए राष्ट्रीय U-14 बास्केटबॉल प्रतियोगिता में अच्छा प्रदर्शन कर स्वर्ण पदक प्राप्त किया और भारतीय अंडर-15 टीम में जगह बनाई जो कि अभी हाल ही में फ़्रांस के पेरिस में आयोजित पेरिस वर्ल्ड गेम्स में स्वर्ण पदक प्राप्त किया ।
रैगर समाज का गौरव अर्चना जग्गरवाल के उज्जवल भविष्य की कामनाओं के साथ समाजहित एक्सप्रेस की ओर से उन्हें ढेर सारी शुभकामनाएं।


श्री बाबा रामदेव जन्मोत्सव समारोह समिति करोल बाग (पंजी०) द्वारा बाबा रामदेव जी की 20वी सामूहिक भव्य शोभायात्रा



दिल्ली, रैगर दर्पण (रघुबीर सिंह गाड़ेगाँवलिया) । श्री बाबा रामदेव जन्मोत्सव समारोह समिति करोल बाग (पंजी०) द्वारा बुधवार,23 अगस्त 2017 को प्रात: 9 बजे श्री गंगा मंदिर रैगर पुरा से भगवान श्री विष्णु अवतार बाबा रामदेव जी की 20वी सामूहिक भव्य शोभायात्रा समस्त रैगर समाज एवम धार्मिक-सामाजिक संगठनो के सहयोग से बड़ी धूमधाम से निकाली गई। शोभायात्रा में विभिन्न जीवंत बाबा रामदेव की झांकियां, व भजन मंडलियां शामिल हुई । समाजजन और श्रद्धालुओं के द्वारा राम-सा-पीर का जयकारे लगाये जा रहे थे । इस आयोजन में आये अथितियो में विशेष रवि (विधायक), योगेन्द्र चांदोलिया(पूर्व महापौर), राजेश लावडिया(निगम पार्षद), सुशीला मदन खोरवाल(निगम पार्षद), भूमि रछौया(पूर्व निगम पार्षद), ज्योति रछौया(निगम पार्षद), चतर सिंह रछौया(राष्ट्रीय महासचिव), तुलसीराम सबलानिया(पूर्व निगम पार्षद), ज्योति बडीवाल, जयश्री जलुथरिया आदि का पगड़ी बंधवाकर माला व पटका पहनाकर स्वागत किया गया ।
राजधानी दिल्ली में स्थित श्री गंगा मंदिर, रैगरपुरा करोलबाग में बुदवार को प्रात: 11 बजे बाबा रामदेव मंदिर में पूजा अर्चना कर लाई गई बाबा की ज्योति और बाबा की चरण पादुका को समारोह मंच पर विधिवत स्थापित किया गया और उसके बाद विधिवत मंत्रोपचार के साथ श्री गणेश पूजा कर शोभायात्रा का शुभारम्भ किया गया ।
इसी दौरान घने काले बादलों से आकाश पट गया और झमाझम व रिमझिम फुहारों के बीच परम्परागत ढंग से भगवान श्री विष्णु अवतार बाबा रामदेव जी के अवतरण दिवस पर ऐतिहासिक 20वी सामूहिक भव्य शोभायात्रा समस्त रैगर समाज एवम धार्मिक-सामाजिक संगठनो के सहयोग से बड़ी धूमधाम से निकली । शोभा यात्रा करोलबाग के प्रमुख मार्गों से निकली । जगह-जगह भगवान बाबा रामदेव जी की आरती उतार कर पूजा की गई और पुष्पवर्षा से शोभायात्रा का अभिनंदन हुआ। जगह-जगह प्रसाद स्वरुप छोले-कुलचे, बिस्कुट, हलवा, मीठे चावल तथा पीने के पानी की व्यवस्था की गई। बारिश के बावजूद श्रद्धालुओं का उत्साह कम नहीं हुआ और शोभायात्रा में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ रही। काफी संख्या में मौजूद  बैंडबाजों ने मधुर भक्ति धुनों पर समाजजन और श्रद्धालुओं को बारिश में भी झूमने पर मजबूर कर दिया। आलौकिक छटा बिखेर रही विभिन्न झांकियों ने लोगो का मन मोहा।
शोभायात्रा से पूर्व प्रात: 9 बजे श्री बाबा रामदेव जन्मोत्सव समारोह समिति करोल बाग (पंजी०) के सभी पदाधिकारीगण रामस्वरूप बोकोलिया(संयोजक), सेवाराम सौन्करिया(प्रधान), लाजपतराय डीगवाल (उपप्रधान), बृजमोहन जलुथरिया(उपप्रधान), खुशाल जग्गरवाल(उपप्रधान), नरेश सौन्करिया(उपप्रधान), कुंदन लाल डाबला (उपप्रधान), धर्मपाल बारोलिया(उपप्रधान), भागीरथ परसोया(महामंत्री), परमानन्द जाजोरिया(मंत्री), पुरुषोतम प्रसाद भुरंडा(संगठन मंत्री), शेरसिंह पिंगोलिया(सह संगठन मंत्री), ताराचन्द मुंडोतिया(सह संगठन मंत्री), सुरेन्द्र कुमार भुराडिया(उपमंत्री), पृथ्वी राज बारोलिया(उपमंत्री), परवीन जाटोलिया(उपमंत्री), हाकिम राय लोदवाल(उपमंत्री), उमाशंकर ओमी मौर्या(उपमंत्री), उमराव सिंह हिंगोनिया(कोषाध्यक्ष), रविन्द्र कुमार बोकोलिया(सह कोषाध्यक्ष), बाबूलाल फलवाडिया(प्रचार मंत्री), भीष्म जलुथरिया(शोभायात्रा संचालक), गगन मौर्या(प्रचार मंत्री), रोहित बारोलिया(प्रचार मंत्री), ओम प्रकाश अकरनिया(प्रचार मंत्री), राहुल पंवार(प्रचार मंत्री), ज्ञानेश्वर धुडिया(प्रचार मंत्री), प्रमुख सेवादार इन्द्रपाल रातावाल, रामजी लाल बोकोलिया, दीपचंद खटनावलिया आदि बाबा रामदेव मंदिर में पूजा अर्चना करने पहुंचे और वहां से पृथ्वीराज बारोलिया बाबा की ज्योति व हाकिमराय लोदवाल बाबाजी की चरण पादुका गाजे बाजे के साथ श्री गंगा मंदिर लेकर आये ।
20वी सामूहिक भव्य शोभायात्रा में दिल्ली की समस्त रैगर समाज की सामाजिक संस्थाये और एवम धार्मिक संगठनो के पदाधिकारियों ने भाग लिया । जिनमे प्रमुख कन्हैयालाल सिवाल, संरक्षक दिल्ली प्रांतीय रैगर पंचायत(पंजी०),कुंदनलाल खटनावलिया, प्रधान दिल्ली प्रांतीय रैगर पंचायत(पंजी०), बालकिशन सौन्करिया उपप्रधान दिल्ली प्रांतीय रैगर पंचायत(पंजी०), प्रदीप चांदोलिया महामंत्री दिल्ली प्रांतीय रैगर पंचायत(पंजी०), परमानन्द जाजोरिया मंत्री दिल्ली प्रांतीय रैगर पंचायत(पंजी०), राम लाल मौर्या प्रधान दिल्ली प्रांतीय रैगर पंचायत(पंजी०), शाखा मादीपुर, मोहन लाल मौर्या, योगेन्द्र सबलानिया, खुबराम सबलानिया, धर्मपाल बारोलिया प्रधान रैगर लक्ष्य पंचायत दिल्ली (ज्वाला पुरी), धर्मेन्द्र भुराडिया उपप्रधान रैगर लक्ष्य पंचायत दिल्ली, संजय कराडिया कोषाध्यक्ष रैगर लक्ष्य पंचायत दिल्ली, रोहताश बारोलिया संरक्षक मंगोलपुरी रैगर पंचायत, सुभाष सक्करवाल कार्यकारी प्रधान मंगोलपुरी रैगर पंचायत, खुशहाल चन्द बड़ोलिया, धर्मपाल बडीवाल, रोशन कांसोटिया, महेंद्र गुग्ड़ोदिया, यादराम कनवाडिया, रामस्वरूप जाजोरिया,पृथ्वी राज डीगवाल, गिरधारीलाल डीगवाल, नुपुर बड़ोलिया, रिंकू बड़ोलिया, आशीष भुराडिया, देवराज डीगवाल, क्षेत्रपाल कुर्डिया, परवीन कुरडिया, श्रवण जलुथरिया व समस्त रैगर समाज के महानुभाव मौजूद रहे ।
सामाजिक संस्थाए: दिल्ली प्रांतीय रैगर पंचायत(पंजी०), ध्वजा रामसापीर सेवा समिति, नमो नारायण सेवा समिति, श्री बाबा रामदेव सेवादल समिति, बाबो भली करे सेवा समिति, श्री बाबा रामदेव सेवा समिति सतनगरजय बाबा रनछौर सेवा समिति, बलाई मित्र मंडल व अन्य कई संस्थाए शामिल हुई ।



Thursday, August 10, 2017

सामाजिक विषय पर चर्चा



दिल्ली, समाजहित एक्सप्रेस, (रघुबीर सिंह गाड़ेगाँवलिया) । बुदवार को अखिल भारतीय रैगर महासभा के राष्ट्रीय महासचिव चतर सिंह रछौया ने सामाजिक विषयो पर विचार विमर्श करने के लिए माननीय सुरेन्द्र पाल रातावाल (पूर्व मंत्री दिल्ली सरकार) के ऑफिस में मुलाकात की   सामाजिक विषयो पर विचार विमर्श के दौरान दिल्ली प्रांतीय रैगर पंचायत शाखा मादीपुर के पूर्व मंत्री रोशन लाल कनवाडिया साथ में संवाददाता रघुबीर सिंह गाड़ेगाँवलिया भी मौजूद रहे  


सामाजिक विषयो पर विचार विमर्श के दौरान माननीय सुरेन्द्र पाल रातावाल (पूर्व मंत्री दिल्ली सरकार) ने कहा कि क्या अखिल भारतीय रैगर महासभा के उद्देश्य सिर्फ इतना है कि चुनाव कराओ और जीतकर आने के बाद तीन साल तक समाज के पैसो से सामाजिक कार्यक्रम करवाओ और उनमे जाकर माला पहनो और पगड़ी बंधवाओ ? अगर अखिल भारतीय रैगर महासभा सच में रैगर समाज का विकास करना चाहती है तो महासभा के पदाधिकारियों को अपनी कार्यशैली में सुधार करना होगा 

उन्होंने अखिल भारतीय रैगर महासभा की भूमिका पर सवाल उठाते हुए भारतवर्ष में कहीं पर भी रैगर समाज के लोगों के साथ भेद भाव, अन्याय, शोषण, अत्याचार, उत्पीड़न अस्पृश्यता आदि की स्थिति में होने वाली घटनाएं घटने पर, क्या अखिल भारतीय रैगर महासभा के द्वारा पीड़ित लोगो को न्याय दिलवाने हेतु संरक्षक के रूप में खड़े होकर पुलिस में सिविल या आपराधिक मुकदमे की शिकायत कायम करके या करवा करके यथा समय दोषियों के खिलाफ उचित कठोर क़ानूनी कार्यवाही करवाई गई ?

क्या कभी अखिल भारतीय रैगर महासभा ने समाज के लोगों के हितों के बारे में सरकार द्वारा नियोजित योजनाओ से लाभान्वित करवाने के लिए सभाओं, सम्मेलनों, कैम्पो, सेमिनारों, कार्यशालाओं, विचारशालाओं प्रशिक्षणशालाओं आदि का आयोजन किया ? यदि ऐसा किया गया है तो क्या आपके पास कोई आंकड़ा है कि इतने लोग अखिल भारतीय रैगर महासभा के द्वारा किये गए प्रयासों से लाभान्वित हुए ?

क्या कभी अखिल भारतीय रैगर महासभा ने रैगर समाज के युवाओ को सक्षम बनाने के लिए जरूरी संसाधन जुटाकर उनके लिए स्थायी, अस्थायी, स्वरोजगार और व्यापार हेतु लघु उद्योग इकाईयों की स्थापना करना व उनको जरूरी ज्ञान, प्रशिक्षण एवं अनुदान या लोन प्रदान करने का कार्य किया ? क्या अखिल भारतीय रैगर महासभा का पदाधिकारी बता सकता है कि रैगर समाज की अंतिम पंक्ति में खड़े इतने व्यक्तियों को महासभा ने समाज की मुख्यधारा में लाने का प्रयास किया ? क्या ये सब अखिल भारतीय रैगर महासभा के कार्य नहीं है ?