दिल्ली, समाजहित
एक्सप्रेस (रघुबीर सिंह गाड़ेगांवलिया) l जिला बाल अधिकार फोरम, (चाइल्ड राइट ऑब्जर्वेटरी)
ग्वालियर के तत्वाधान में बैठक आयोजित हुई जिसकी
अध्यक्षता श्रीप्रकाश सिंह निमराजे, संयोजक,डी. सी.आर.एफ.एवं अध्यक्ष गोपाल किरन समाजसेवी
संस्था द्वारा की गई। जिसमें कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा की और बच्चों की
शिक्षा व सुरक्षा पर महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए ।
जिला बाल अधिकार
फोरम की बैठक में वरिष्ठ समाज सेवी श्रीप्रकाश सिंह निमराजे ने बाल अधिकारो एवं
बच्चों के मन के विचारों पर चर्चा करते हुए कहा कि बच्चों को ऑनलाइन शिक्षा,
बाल श्रम की रोकथाम, बाल हिंसा, कोविड-19 संक्रमण से सुरक्षा आदि विषयों पर जोर दिया l
इसके अलावा बच्चों को घरों में रहकर रचनात्मक गतिविधि से जोड़ने पर जानकारी व बाल
श्रम सर्वे अनुभव को साजा किया l
रेखा जी ने बच्चों
के बारे में बताया कि हरेक माता-पिता अपने बच्चों के प्रति संवेदनशील बनें । उनकी गतिविधियों पर
नज़र रखे, उनको नशे की
प्रवृति की ओर जाने से बचाये और उनका ध्यान शिक्षा पर फोकस कराने का सुझाव दिया l
सुश्री जहाँआरा (सीसी-वीडियो वालंटियर गोवा ) द्वारास्वास्थ्य,शिक्षा,पोषण व सुरक्षा पर प्रकाश डाला और कोरोना
से हुए हकीकत पर अपनी बात रखी, 15 दिन में ऑनलाइन
बैठक रखने का प्रस्ताव रखा गया जिस पर सभी की सहमति मिली। बच्चों से वीडियो मंगा
ले, कि कौन सा प्रश्न पूछने वाले है। कोविड-19 महामारी के चलते बच्चो पर विशेष प्रभाव पड़ा है उनकी शिक्षा
स्वास्थ्य की चिंता परिवार को सता रही है, वही परिवार व समाज में सभी स्तरों पर
महिलाओं के साथ विशेष रुप से गरीब और रोज कमाने वाली महिलाओं के साथ भेदभाव,
हिंसा और बदहाली की घटनाओं में तेजी आ गई है l
एक और लॉकडाउन के कारण रोजी-रोटी का संकट है तो दूसरी ओर महिलाएं बेरोजगार हो गई
हैं महिलाओं पर परिवार में और अधिक जिम्मेदारी आ गई है l भारत मे महिलाएं पुरुषों
की अपेक्षा 10 गुना अधिक काम
करती हैं, इसके बावजूद उन्हें वेतन कम दिया जाता है l भारत में गिरते सामाजिक
आर्थिक संकट और इससे महिलाओं पर पड़ने वाले असर को देखते हुए महिलाओं को संगठित
करने की आवश्यकता है l अधिकांश कोरोना का असर बच्चे पर पड़ा हैं, उनके सामने परिवार
में सहभागी बनने की आवश्यकता आ पड़ी हैं l मिड डे मील वर्करों की समस्या, दलित उत्पीड़न,स्वास्थ्य,शिक्षा,सामाजिक सुरक्षा, रोजगार व महिलाओं के खिलाफ बढती हिंसा आदि मुद्दों पर अपनी बात रखी l
प्रीती जोशी(Specell
Mahila Cell) ने डी.सी.आर.एफ.(DCRF
) के प्लान तैयार किया और गतिविधियों व बैठक की
सूचना संबंधी जानकारी हर स्तर पर बांटने की बात करते हुए एड्वोकेसी की बात कही और किशोरी
बालिकाओ के सशक्तिकरण की बात की l सदस्यों को विषय संबंधी जानकारी तैयार करने और
नई जानकारी जुटाने के लिए स्वयं प्रयास करने पर जोर दिया ।
डॉ.एम.एल .यादव
ने कहा कि हमें कम से कम एक साथी को 15 दिवस के अंदर (डी.सी.आर.एफ) की मीटिंग रखने के बात करते हुए और समान विचार
धारा के लोगो को बुलाने की तैयार करना चाहिए l महामृत्युजय ने कहा कि बृक्षारोपण
कार्यक्रम पौधरोपण कर पौधे की देखभाल करें। विवेक यादव ने कहा कि पौधे को लगाकर
उसकी देखभाल भी करे। धर्मेंद्र यादव ने कहा कि अधिक से अधिक पौधे लगाएं । मंशाराम
जी ने कहा कि राशन की दुकानों पर भी धांधली हो रही हैं, दुकानदार प्रति व्यक्ति 5
किलो अनाज की जगह 3 किलो 4 किलो अनाज ही दे
रहे हैं, जबकि सरकारी बही खाते में 5 किलो अनाज का जिक्र करते हैं l
मूलचंद जी ने अपनी
बात रखते हुये बिजली के मुद्दों को उठाया और कहा कि सरकार के नुमाइंदे इस महामारी
मैं भी पत्रक ना खाते हुए बिजली के बिलों में धांधली कर रहे हैं l आम जनता जो दो
वक्त की रोटी के लिए तरस रही है फिर भी जनता से आंकलित खपत के नाम पर पांच से दस
हजार की बिजली बिल की वसूली की जा रही हैं l
जिला बाल अधिकार
मंच में संचालित गतिविधियों पर डॉ.पुरुषोत्तम अर्गल जी द्वारा व्यापक जानकारी देते
हुए सभी से सुझाव आमंत्रित किए, सार्थक एवं प्रभावी बनाये रखने की अपेक्षा की । प्रत्येक
गतिविधि के अन्तर्गत कोविड-19 के अन्तर्गत बचाव
को ध्यान में रखते हुए मास्क, सेनेटाईजर एवं
सोशल डिस्टेंस का पूरा ध्यान रखा जाए। मीटिंग प्लेस पर आने बालो को सेनेटाईज किया
जाए । प्रवेश के लिए लगाई गई लाईन सोशल डिस्टेंस के साथ होना चाहिए। मीटिंग प्लेस
पर साबुन, पानी का भी इंतजाम किया जाय
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