दिल्ली,समाजहित एक्सप्रेस (रघुबीर सिंह गाड़ेगाँवलिया) l राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीटी) दिल्ली की सीमा से जुड़े
उत्तर प्रदेश और हरियाणा के विभिन्न क्षेत्रो में एक साथ शुक्रवार, 28 जून 2019 को अंतरराज्यीय मेगा मॉक ड्रिल का आयोजन किया
गया l मेगा मॉक ड्रिल का मकसद अचानक अधिक तीव्रता का
भूकंप आ जाने पर एजेंसियों की तैयारियों को परखना था l मेगा मॉक ड्रिल सब कुछ उसी तरह से किया जाता है जैसे
वास्तविक आपदा आने के बाद उससे निबटने के लिए किया जाता है ।
राष्ट्रीय
राजधानी दिल्ली भूकंप के खतरे के लिहाज से सिस्मिक जोन-4 में आता है और खासकर
दिल्ली में भूकंप का खतरा अधिक है । आपदा बचाव राहत कार्यो में निभाई जाने वाली
ड्यूटी के साथ ही दिल्ली में आपदाओं से बचाव हेतु आमजन को जागरुक करने के उद्देश्य
से मेगा मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया l समाज के सहयोग के
बिना भूकंप जैसी आपदा के प्रभाव को कम नहीं किया जा सकता l समाज के लोगों के साथ मिलकर ही यह कार्य बखूबी किया जा सकता
है l
भूकम्प जैसी
प्राकृतिक आपदा के दुष्परिणाम स्वरुप होने वाली तबाही के समय हर प्रकार के आवश्यक
बचाव व राहत कार्यो को सुनिश्चित करने व इस सम्बन्ध में जन जागरूकता उत्पन्न करने
के उद्देश्य से राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में शुक्रवार, 28 जून 2019 को मेगा मॉक ड्रिल के तहत पश्चिम विहार क्षेत्र
में स्थित कृषि निकेतन अपार्टमेंट में 10.51 बजे अचानक अधिक तीव्रता का भूकंप आ
जाने की सुचना प्रसारित की गई, लोगो को सूचित
करने के लिये क्षेत्र के सायरन बज उठे l पुलिस तथा
एंबुलेंस की गाड़ियां दौड़ती दिखाई पड़ी l आवासीय परिसर के
लोग अपने आवास से बाहर आ गए उन्हें ऐसा लगा जैसे वास्तव में कोई आपदा हो गई ।
सच्चाई का पता लगने के बाद इन लोगों ने भी मॉक ड्रिल को उत्साह पूर्वक देखा ।
इस मेगा मॉक
ड्रिल में सभी इमरजेंसी सेवाओं के सभी कर्मचारियों के अलावा सिविल डिफेंस एवं
पुलिस की टीमों ने क्षतिग्रस्त बहु मंजिला इमारत से घायलों को बाहर निकालने और
राहत पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई । इस मेगा मॉक ड्रिल के ऑपरेशन के दौरान आंशिक
क्षतिग्रस्त बिल्डिंग के ब्लाक में से कुल 13 घायल व्यक्तियों को प्रशासन द्वारा
पार्क में स्थपित दो चिकित्सा राहत केंद्र में पहुचाकर राहत पहुचाई, जिसमें डॉक्टर्स ने तुरंत उपचार व जाँच के बाद 04 व्यक्ति
को लाल टैग, 04 को पीले, 03 को हरे, दो को काले टैग
बांधे । लाल टैग अधिक घायल व्यक्ति को, पीला छोटी चोट के
लिए, हरा बिल्कुल ठीक के लिए, काला मृत घोषित के लिए प्रयोग किया गया, ताकि उनके लगाए गए रिबन के अनुसार उनका उपचार किया जा सके।
स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा घायलों को प्राथमिक चिकित्सा देकर स्टेचर के माध्यम
से एम्बुलेंस द्वारा विभिन्न अस्पतालों को भिजवाया गया ।
सिविल डिफेन्स के
डिप्टी चीफ वार्डन संतराम कौशिक ने बताया
कि कृषि निकेतन अपार्टमेंट की मेगा मॉक ड्रिल में अन्य विभागों के सहयोग और समन्वय
से बचाव व राहत का अच्छा काम हुआ है l पश्चिमी दिल्ली
में कृषि निकेतन अपार्टमेंट सहित पांच जगहों पर आपदा से बचाव के लिए स्थान चिन्हित
किये गए थे l
इस दौरान
इनसिडेंट कमांडर के तौर पर तहसीलदार अनिल चौधरी,रिसोर्सयूनिट लीडर नवीन कुमार (रीडर पंजाबी बाग), मेडिकल टीम हेड डॉ० हरप्रीत सिंह, एम्बुलेंस इंचार्ज भूपिन्द्र नौनियाल, अरुण देव नेहरा थानाध्यक्ष पश्चिम विहार, विनोद यादव (जेड.ओ. दिल्ली जल बोर्ड), दिल्ली नगर निगम एल.एन.मीणा, BSES इंचार्ज अजय कुमार, ट्रैफिक पुलिस से
SI सतबीर व ASI संजीत, DUSIB से इंजीनियर R.C. गुप्ता (EE),एनिमल हसबेंडरी से डॉ० अजय गुप्ता, DDA से धर्मेन्द्र कुमार मीणा, सिविल डिफेन्स से S.R. कौशिक डिप्टी चीफ
वार्डन व रघुबीर सिंह गाड़ेगाँवलिया डिवीज़नल वार्डन सहित अनेको लोगों का भरपूर
योगदान रहा ।
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