Saturday, July 4, 2020

रैगर समाज के युवा प्रवीण तुसीवाल ने कोरोना से जंग जीतकर, प्लाज्मा दान कर दूसरों के जीवनरक्षा हेतु आगे आये



दिल्ली समाजहित एक्सप्रेस (रघुबीर सिंह गाड़ेगांवलिया) l दिल्ली के पश्चिम पुरी निवासी प्रवीण तुसीवाल मजबूत इच्छाशक्ति से कोरोना की जंग जीत ली है । अब वे पूरी तरह से स्वस्थ होने के बाद कोरोना संक्रमित एक बुजुर्ग को प्लाज्मा दान कर जीवनदान देने का पुण्यकार्य किया, उसके बाद सोशल मीडिया के माध्यम से अन्य कोरोना संक्रमितों के जीवन की रक्षा करने के उद्देश्य से लोगों को भी प्लाज्मा दान करने के लिए आगे आने को प्रेरित कर रहे हैं l जिससे अधिक से अधिक लोगों के जीवन की रक्षा की जा सके। पश्चिमी जिला प्रशासन की उपायुक्त नेहा बंसल ने इनके इस प्रयास को काफी सराहा है और उन्हें असल मायनों में कोरोना का योद्धा बताया है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार 31 मई को रैगर समाज का पश्चिम पुरी निवासी प्रवीण तुसीवाल (29 वर्षीय) कोरोना संक्रमित हुए थे और गुरु गोबिद सिंह अस्पताल में रिपोर्ट पॉजीटिव आने के बाद उन्हें बक्करवाला में प्रशासन की ओर से बनाए गए क्वारंटाइन सेंटर में भर्ती किया गया । वहां हालात बिगड़ने के बाद उन्हें एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती किया गया । जहां करीब 12 दिनों तक आइसोलेशन में रहने के बाद कोरोना से जंग जीतकर सकुशल अपने घर लौट आए l प्रवीण के घर लौटने से उनकी फैमिली बेहद खुश है और लोगों ने तालियां बजाकर उनका स्वागत किया ।
कुछ समय के बाद प्रशासन की तरफ से प्रवीण तुसीवाल को प्लाज्मा दान देने के लिए मैसेज मिला। मैसेज देखने व पढ़ने के बाद उसने अपने परिवार के सदस्यों से इस बाबत बात की और प्लाज्मा दान करने का मन बनाया । उनके इस सेवा भाव के जज्बे को को देखते हुए पश्चिमी जिला प्रशासन की उपायुक्त नेहा बंसल ओर धर्मेन्द्र कुमार (ADM) द्वारा सम्मानित भी किया गया l
प्रवीण तुसीवाल ने बताया असल में मेरा ब्लड ग्रुप 'ओ पॉजीटिव'  काफी दुर्लभ है, ऐसे में मेरा आगे आना और भी जरूरी हो गया था । जब मेरी कोरोना संक्रमण की रिपोर्ट पॉजीटिव आई थी, उस समय मैंने मेरी परिस्थिति को अनुभव किया था। परिवार के लोगो की आंखों से आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे, उनके मन में डर था। ऐसा डर उन-उन स्वजनों के दिल में भी होगा, जिनके परिवार का सदस्य कोरोना संक्रमण जैसी गंभीर बीमारी से ग्रस्त है। यदि हम किसी भी सूरत में लोगों के दुख कम कर सकते है तो हमे इसके लिए आगे आना चाहिए, ताकि इंसानियत पर लोगों का भरोसा बना रहे ।
प्रवीण ने बताया कि उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर अपना मोबाइल नंबर साझा कर दिया है, ताकि जिस किसी को भी प्लाज्मा की जरूरत हो तो वह सीधे उनसे संपर्क कर सके। साथ ही सोशल मीडिया पर उनके प्रेरणादायक मैसेज से प्रेरित होकर कुछ लोग भी प्लाज्मा दान करने का मन बना चुके है। प्रवीण का सपना है कि वे आईएलबीएस में बने प्लाज्मा बैंक की तर्ज पर वे भी एक प्लाज्मा बैंक बनाएं और उससे अधिक से अधिक लोगों को जोड़ें। जिससे प्लाज्मा की जरूरत पड़ने पर लोगों को इधर-उधर न भटकना पड़े और उन्हें मुफ्त प्लाज्मा मिले। इस दिशा में प्रवीन ने शुरुआत भी कर दी है।
कोरोना संक्रमण को लेकर लोगों के मन में काफी डर है। उस परिस्थिति में लोग हिम्मत न छोड़े इसके लिए प्रवीन अपने अनुभव के आधार पर कोरोना संक्रमित लोगों की काउंसलिग कर उनका मनोबल बढ़ाने की कोशिश भी करते है।

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