दिल्ली,समाजहित
एक्सप्रेस (रघुबीर सिंह गाड़ेगांवलिया) l संघ लोक सेवा आयोग की ओर से आयोजित भारतीय
इंजीनियरिंग सेवा (आईईएस) की परीक्षा के घोषित परिणामो में उपतहसील नारायणपुर के
छोटे से गाँव अजबपुरा निवासी पंकज कुमार पुत्र मोहनलाल सांटोलिया ने महज 23
वर्ष की आयु में साक्षात्कार के प्रथम प्रयास
में ही आईईएस की परीक्षा में 194वीं रैंक हासिल कर माता,पिता व गाँव तथा समाज का नाम रोशन किया है l उनकी इस कामयाबी पर परिजनों व विभिन्न सामाजिक
संगठनों से जुड़े लोगों के द्वारा बधाई देने वालो का सिलसिला जारी है ।
जैसे ही गाँव
अजबपुरा में पंकज के आईईएस में चयन की सूचना मिली, तो परिवार व कस्बे में खुशी की
लहर दौड़ गई । गाँव के लाल पंकज की सफलता से गदगद गाँव अजबपुरा सहित आसपास के
गांवों से घर पर रिश्तेदार व क्षेत्र तथा समाज के लोग बधाई देने पहुंचने लगे । इस
दौरान आसपास के गांवों के लोगो ने पंकज के सम्मान में डीजे व ढ़ोल-नगाड़ों के साथ
रैली निकाली व मिठाई बांटी l इस मौके पर ग्रामीणों ने पंकज के साफा बांधा व
फूलो की माला पहनाकर जोरदार भव्य स्वागत किया l इस अवसर पर बड़ी संख्या
में ग्रामीण पुरुष व महिलाएं मौजूद थी l
बेटे की इस
उपलब्धि पर पिता मोहनलाल सांटोलिया ने बताया कि उन्हें अपने बेटे पर पूरा भरोसा था
क्योंकि पंकज शुरू से ही होनहार रहा है, वह दसवीं में विद्यालय में टापर रहते हुए, नवीं व दसवीं की पढाई अपने गाँव
अजबपुरा के सरकारी विद्यालय से की तथा बारहवीं तक की पढाई नारायणपुर में स्थित
सरकारी स्कूल से हिंदी माध्यम से 2013 में की l एसवीएनआईटी 2017 के बैच में सूरत से बीटेक करने के बाद एक
वर्ष तक दिल्ली में कोचिंग करने के बाद पंकज ने साक्षात्कार में प्रथम प्रयास में
ही आईईएस की परीक्षा पास कर ली l
पंकज कुमार ने
अपनी सफलता का श्रेय सरकारी शिक्षक,पिता मोहनलाल
सांटोलिया, गृहणी माता अमरुदी देवी व
अपने गुरुजनों तथा प्रेरणा स्त्रोत महापुरुषों को देते हुए कहा कि मेहनत करने वालो
की कभी हार नहीं होती और मेहनत व लगन से सभी लक्ष्य प्राप्त किये जा सकते है l
पंकज का कहना है कि उनके हर निर्णय में
माता-पिता ने पूरा साथ दिया और हमेशा उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया ।
पंकज फिलहाल अपनी
इस उपलब्धि से खुश तो हैं पर संतुष्ट नहीं है। वे कहते हैं कि मुझे अपने लक्ष्य को
पाने के लिए और भी आगे जाना है । पंकज की पहली पसंद आईएएस है l अभी मिली सफलता के
पद पर सेवा को पूरी ईमानदारी के साथ निभाएंगे । लक्ष्य प्राप्ति के लिए सेवा के साथ साथ सिविल
सर्विसेज की तैयारी करनी है ।