Wednesday, October 30, 2019

प्रतिभाशाली पंकज कुमार सांटोलिया का आईईएस में चयन, परिवार व रैगर समाज में खुशी की लहर



दिल्ली,समाजहित एक्सप्रेस (रघुबीर सिंह गाड़ेगांवलिया) l संघ लोक सेवा आयोग की ओर से आयोजित भारतीय इंजीनियरिंग सेवा (आईईएस) की परीक्षा के घोषित परिणामो में उपतहसील नारायणपुर के छोटे से गाँव अजबपुरा निवासी पंकज कुमार पुत्र मोहनलाल सांटोलिया ने महज 23 वर्ष की आयु में साक्षात्कार के प्रथम प्रयास में ही आईईएस की परीक्षा में 194वीं रैंक हासिल कर माता,पिता व गाँव तथा समाज का नाम रोशन किया है l उनकी इस कामयाबी पर परिजनों व विभिन्न सामाजिक संगठनों से जुड़े लोगों के द्वारा बधाई देने वालो का सिलसिला जारी है ।

जैसे ही गाँव अजबपुरा में पंकज के आईईएस में चयन की सूचना मिली, तो परिवार व कस्बे में खुशी की लहर दौड़ गई । गाँव के लाल पंकज की सफलता से गदगद गाँव अजबपुरा सहित आसपास के गांवों से घर पर रिश्तेदार व क्षेत्र तथा समाज के लोग बधाई देने पहुंचने लगे । इस दौरान आसपास के गांवों के लोगो ने पंकज के सम्मान में डीजे व ढ़ोल-नगाड़ों के साथ रैली निकाली व मिठाई बांटी l इस मौके पर ग्रामीणों ने पंकज के साफा बांधा व फूलो की माला पहनाकर जोरदार भव्य स्वागत किया l इस अवसर पर बड़ी संख्या में ग्रामीण पुरुष व महिलाएं मौजूद थी l 
बेटे की इस उपलब्धि पर पिता मोहनलाल सांटोलिया ने बताया कि उन्हें अपने बेटे पर पूरा भरोसा था क्योंकि पंकज शुरू से ही होनहार रहा है, वह दसवीं में विद्यालय में टापर रहते हुए, नवीं व दसवीं की पढाई अपने गाँव अजबपुरा के सरकारी विद्यालय से की तथा बारहवीं तक की पढाई नारायणपुर में स्थित सरकारी स्कूल से हिंदी माध्यम से 2013 में की l एसवीएनआईटी 2017 के बैच में सूरत से बीटेक करने के बाद एक वर्ष तक दिल्ली में कोचिंग करने के बाद पंकज ने साक्षात्कार में प्रथम प्रयास में ही आईईएस की परीक्षा पास कर ली l
पंकज कुमार ने अपनी सफलता का श्रेय सरकारी शिक्षक,पिता मोहनलाल सांटोलिया, गृहणी माता अमरुदी देवी व अपने गुरुजनों तथा प्रेरणा स्त्रोत महापुरुषों को देते हुए कहा कि मेहनत करने वालो की कभी हार नहीं होती और मेहनत व लगन से सभी लक्ष्य प्राप्त किये जा सकते है l पंकज का कहना है कि उनके हर निर्णय में माता-पिता ने पूरा साथ दिया और हमेशा उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया ।
पंकज फिलहाल अपनी इस उपलब्धि से खुश तो हैं पर संतुष्ट नहीं है। वे कहते हैं कि मुझे अपने लक्ष्य को पाने के लिए और भी आगे जाना है । पंकज की पहली पसंद आईएएस है l अभी मिली सफलता के पद पर सेवा को पूरी ईमानदारी के साथ निभाएंगे । लक्ष्य प्राप्ति के लिए सेवा के साथ साथ सिविल सर्विसेज की तैयारी करनी है ।


Tuesday, October 29, 2019

दिल्ली के पूर्व मेयर योगेन्द्र चांदोलिया ने स्मारिका प्रकाशित कर रच दिया रैगर समाज का इतिहास



दिल्ली, समाजहित एक्सप्रेस (रघुबीर सिंह गाड़ेगांवलिया) l स्वामी आत्मा राम लक्ष्य् जन्मोत्सव समारोह समिति दिल्ली के द्वारा सोमवार 28 अक्तूबर 2019 को रैगर चौपाल रतिया वाली प्याउ, देवनगर, करोल बाग मे दीपावली मंगल मिलन व ताल कटोरा स्टेडियम मे रैगर सम्मेलन के सफल आयोजन के उपलक्ष्य में रैगर स्मारिका प्रकाशित की गई का वितरण समारोह में चाय पकोड़े के पश्चात संस्था के अध्यक्ष श्री योगेन्द्र चांदोलिया द्वारा समाज के उपस्थित गणमान्य लोगो को बांटी ।


रैगर समाज के इतिहास में रैगर समाज के प्रिय सांसद स्व० धर्मदास शास्त्री ने समाज के चतुर्थ व पंचम सम्मेलन में भारत सरकार के महामहिम राष्ट्रपति ज्ञानी जैलसिंह व प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गाँधी को बुलाकर रैगर समाज का मान सम्मान और प्रतिष्ठा को बढ़ा कर समाज को गौरवान्वित किया था l इसी क्रम को आगे बढ़ाते हुए पूर्व मेयर योगेन्द्र चांदोलिया ने रविवार 20 अक्तूबर 2019 को विज्ञान भवन में रैगर स्मारिका का विमोचन लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला के कर-कमलो से करवाकर इतिहास रच दिया l यह रैगर समाज के लिए गौरव की बात है l

पूर्व मेयर योगेन्द्र चांदोलिया ने समाज को जानकारी देते हुए बताया कि ऐतिहासिक जानकारी जो विभिन्न रुपों में विभिन्न जगहों पर उपलब्ध हुई है उसके आधार पर मैंने और मेरे सहयोगियों ने रैगर समाज की स्मारिका के लिए दिन-रात मेहनत कर रैगर स्मारिका प्रकाशित की है l इस स्मारिका को जब भी कोई समाज का व्यक्ति देखेगा या पढ़ेगा तो वह अपने आप को रैगर समाज की गौरवान्वित करने वाली वंशबेल से जुड़ा हुआ पायेगा ।

समारोह में रैगर समाज के गणमान्य लोगो ने भाग लिया और चाय पकोड़े के नाश्ते के बाद में छठे रैगर सम्मेलन को सफल बनाने में अपना तन-मन-धन से सहयोग प्रदान करने वाले सभी आये हुए महानुभावो को रैगर स्मारिका का वितरण किया गया l सभी स्मारिका की भूरि- भूरि सराहना की l



Sunday, October 27, 2019

संविधान दिवस की पूर्व संध्या पर गोपाल किरन समाज सेवी संस्था द्वारा ग्लोबल अचीवर्स अवॉर्ड का आयोजन किया जायेगा



दिल्ली,समाजहित एक्सप्रेस (रघुबीर सिंह गाड़ेगांवलिया) l गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर गोपाल किरन समाज सेवी संस्था के तत्वाधान में दिनाँक 24-25 नवंबर, 2019 को ग्वालियर में साउथ एशिया कॉन्क्लेव और ग्लोबल अचीवर्स अवॉर्ड कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा l इस कार्यक्रम में देश की चुनिंदा शख्सियतों को ग्लोबल अचीवर्स अवॉर्ड से सम्मानित किया जाएगा ।
कार्यक्रम भारत के हृदय प्रदेश के ग्वालियर शहर में साउथ एशिया कॉन्क्लेव और ग्लोबल अचीवर्स अवॉर्ड समारोह में देश-विदेश से प्रतिभाशाली लोग भाग ले रहे हैं । समारोह में समाज कल्याण, सामाजिक न्याय, महिला सशक्तिकरण,बाल अधिकार,शिक्षा,स्वास्थ्य, पर्यावरण, पानी बचाओ और स्वच्छता,साहित्य, उद्योग, खेलकूद,कला, पत्रकारिता, एनजीओ,नए व्यापार आदि में अपनी उत्कृष्ट कार्यो में सहभागिता दर्ज करवाने वाली विभूतियों को गोपाल किरन समाज सेवी संस्था द्वारा ग्लोबल अचीवर्स अवॉर्ड से सम्मानित किया जाएगा ।
गोपाल किरन समाज सेवी संस्था के अध्यक्ष श्रीप्रकाश सिंह निमराजे ने समाजहित एक्सप्रेस को बताया कि इस कार्यक्रम में साउथ एशिया के देशों के अलावा बेल्जियम से कपिल कुमार, अमेरिका से श्रीमती अनीता कपूर, कनाड़ा से सरन घई, जापान से सुश्री रमा शर्मा और फीजी से सुश्री सुएता दत्त चौधरी ने इस कॉन्क्लेव में सामाजिक अपवर्जन, न्याय और सुरक्षा जैसे विषयों पर चर्चा में भाग लेने हेतु अपनी स्वीकृति दी है । इसमें साउथ एशिया डेवलपमेंट इनिशिएटिव ( नेटवर्क ) का भी जुड़ाव है । पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण देश नेपाल के काठमांडू में तय किया गया उसी अनुसार यह कॉन्क्लेव और सम्मान समारोह का आयोजन किया जाता रहा है ।
श्रीप्रकाश सिंह निमराजे ने बताया कि कार्यक्रम का उद्देश्य सामाजिक मुद्दों पर समझ बनाना है । बेहतर कला को प्रोत्साहन/सम्मान देने के साथ ही अनुशासन, सबको साथ लेकर चलना और मैत्री/भाईचारा प्रमुख है । इस कार्यक्रम को किसी भी विभाग या वित्तीय अभिकरण द्वारा सहयोग नहीं किया गया है। यह कार्यक्रम केवल जनसहयोग से किया जा रहा है। अतः अति संवेदनशील, धार्मिक, जातिगत कट्टरपंथी, एटिट्यूड में बंधे, बात बात में विवाद पैदा करने वाले व्यक्ति कृपया इसमें शामिल होने से बचें ।
उन्होंने आगे कहा कि समारोह में भाग लेने वाले सभी चयनित प्रतिभागियों (बच्चों के साथ एक अभिभावक, महिलायें घर के एक अन्य सदस्य के साथ) के लिए सामान्य/साझा आवास, भोजन व्यवस्था 23 नवम्बर की शाम से 26 नवम्बर की सुबह तक कार्यक्रम स्थल पर निःशुल्क रहेगी । एकल या उच्चस्तरीय व्यवस्था चाहने वाले अपने आवास की व्यवस्था स्वयं के खर्च पर कर सकते हैं । यदि कोई भी संस्था, विभाग या व्यक्ति व्यक्तिगत रूप से आर्थिक सहयोग करना चाहते हैं तो श्रीप्रकाश सिंह निमराजे (अध्यक्ष) से 9425118370, 9926784506, 8223856752, 8349891437, 9767074555, 7292007478 आदि नंबर पर सम्पर्क कर सकते है जिससे हमारे प्रयासों को और अधिक मजबूती मिलेगी । संस्था को आयकर अधिनियम, 1961 द्वारा80 (G) के तहत कर में छूट प्राप्त है।
गोपाल किरन समाज सेवी संस्था के द्वारा अवार्ड के लिए नामांकन पंजीकरण 25 अक्टूबर 2019 तक किया गया था l चयन हेतु निर्णायक मंडल में साहित्यकार, पत्रकार, सेवानिवृत्त न्यायाधीश, प्रोफेसर, विधिवेत्ता व वरिष्ठ समाज सेवियों को रखा गया । निर्णायक मंडल का अंतिम निर्णय सर्वमान्य होगा। संस्था द्वारा नाम चयन के पश्चात बिना किसी कारण से कार्यक्रम से अचानक अनुपस्थित रहने वाले प्रतिभागी अगले कार्यक्रम में सशुल्क ही आवेदन कर सकेंगे ।

Friday, October 25, 2019

रैगर समाज के प्रतिभाशाली गिरीश भारती (धौलपुरिया) शिक्षा के दम पर युवाओ के प्रेरणास्त्रोत बने



दिल्ली, समाजहित एक्सप्रेस (रघुबीर सिंह गाड़ेगांवलिया) l अगर आपके हौंसले बुलंद हो तो कोई भी वजह आपको कामयाब होने से नहीं रोक सकती। इस बात को सच साबित किया है हाल निवासी सुरता सिंह रोड, छहरटा, अमृतसर के रैगर समाज के प्रतिभाशाली हिस्ट्री विषय के लेक्चरर गिरीश भारती (धौलपुरिया) ने । आज वह युवाओ के लिए प्रेरणा स्त्रोत है l

रैगर समाज का होनहार युवा गिरीश भारती (धौलपुरिया) जिसके मन में शिक्षा के जरिये देश, समाज, परिवार व खुद को बुलंदी पर ले जाने की प्रबल इच्छा उडान भर रही थी l यही वजह थी कि उसने  परिवार की आर्थिक तंगी के कारण भी अपने पढ़ने की इच्छा को कभी मरने नहीं दिया । गिरीश भारती, भारतीय संविधान निर्माता डॉ. भीम राव अंबेडकर और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को अपना आदर्श मानते हैं।

गिरीश भारती के पिता रमेश राज पुत्र सुंदर मल धौलपुरिया करीब साठ साल पहले गाँव मंडावा, जिला  झुंझुनू राजस्थान से पंजाब में आया था। पिता रमेश राज मेहनत मजदूरी करते थे । इसके बाद वह खुद के दम पर नगर निगम में राज मिस्त्री बने। परिवार में छह भाई-बहनों में गिरीश सबसे बड़े है l

गरीब परिवार में पैदा हुए भारती की आर्थिक तंगी के चलते स्कूली पढ़ाई 10वीं के बाद छूट गई, लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी । इसके वह अपने परिवार के पुश्तैनी काम में 5 साल तक पंजाबी जूते बनाने लगे, लेकिन इस दौरान भी पढ़ाई की ललक नहीं छूटी और वह आईटीआई में एडमिशन लेकर कोर्स करने लगे । वहीं एलआईसी का काम भी शुरू किया ताकि पढ़ाई का खर्च निकलता रहे । साल 1993 में उनकी शादी हो गई, मगर पढ़ाई में उन्होंने पीछे मुड़ कर नहीं देखा ।

गिरीश भारती ने फिर अपनी लग्न और मेहनत से ग्रेजुएशन की और उसके बाद बीएड किया l डीएवी हाथी गेट स्कूल में लेक्चरर के रूप में पढ़ाना शुरू किया । लेकिन यही तक अपनी मंजिल नहीं मानी और उन्होंने यूजीसी नेट परीक्षा में भी हाथ आजमाना शुरू किया। इसमें वह 9 बार असफल रहे, लेकिन हिम्मत नहीं हारी । फिर जब सफलता मिलने लगी तो लगातार 9 बार इस परीक्षा को क्लीयर किया । भारती बताते हैं कि उनके पिता और माता गीता देवी उन्हें सफलता के लिए हमेशा प्रेरित किया करते थे।

गिरीश समाज सेवा भी करते है और खुद रोज 5 घंटे पढ़ते भी हैं l  युवाओं को फ्री मोटिवेशन के अलावा विभिन्न परीक्षाओं की तैयारी भी करवाते हैं । वह चार सब्जेक्ट इतिहास, लोक प्रशासन, समाजशास्त्र और एजुकेशन में एमए कर चुके हैं, लेकिन पढ़ाई की ललक अभी भी कम नहीं हुई । अब 48 साल की उम्र में इंदिरा गांधी ओपन यूनिवर्सिटी से मनोविज्ञान विषय में पांचवीं बार एमए कर रहे हैं । वह जीएनडीयू से उर्दू की भी पढ़ाई कर चुके हैं और अब पर्शियन सीख रहे हैं । वह आज भी सादगी भरा जीवन व्यतीत करते हैं ।

बाबा सोहन सिंह भकना सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल में इतिहास के लेक्चरर के रूप में कार्यरत भारती बताते हैं कि वह घर पर विभिन्न परीक्षाओं के लिए युवाओं को फ्री में तैयारी करवाते हैं। गिरीश का कहना है कि उनकी जिंदगी का मकसद ही लोगों में ज्ञान की रोशनी जगाना और उन्हें पढ़-लिख कर अच्छे नागरिक बनने को प्रेरित करना है ।

व्याख्याता विक्रम दरिया के स्थानांतरण होने पर स्टाफ व विद्यार्थियों ने सम्मान सहित भावभीनी विदाई दी



दिल्ली,समाजहित एक्सप्रेस (रघुबीर सिंह गाड़ेगांवलिया) l गाँव घाटोली, अकलेरा झालावाड़ स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में तैनात व्याख्याता विक्रम दरिया पुत्र राम किशोर रैगर का स्थानांतरण राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, वाटिका, सांगानेर, जयपुर में होने पर अकलेरा झालावाड़ के विद्यालय में विदाई समारोह आयोजित किया गया, जिसमे विद्यालय परिवार द्वारा व्याख्याता विक्रम दरिया को स्नेह और सम्मान के साथ भावभीनी विदाई दी गयी ।

विद्यालय में आयोजित विदाई समारोह के अवसर पर मुख्याध्यापक ने कहा कि सेवाकाल के दौरान स्थानांतरण एक सामान्य प्रक्रिया होती है इसलिए हम जहां भी जाएं वहां पर बेहतर कार्य करते हुए अपनी पहचान कायम करें। इस अवसर पर स्थानांतरित हुए व्याख्याता विक्रम दरिया के प्रति विद्यालय के स्टाफ व विद्यार्थियों ने अपना स्नेह और सम्मान प्रकट किया और स्टाफ की तरफ से स्मृति चिन्ह एवं पुष्प भेंट करके भावभीनी विदाई दी गयी ।
स्थानांतरित होने वाले व्याख्याता विक्रम दरिया ने कहा कि विद्यालय एक परिवार होता है तथा ऐसे अवसरों पर परिवार से दूर जाने जैसा दुख होता है । उन्होंने छात्र-छात्राओं को अपने जीवन में अच्छे कार्य करने की प्रेरणा देते हुए कहा कि शिक्षा में बेहतर परिणाम पाने के लिए श्रम और मेहनत करने की जरूरत होती है । आप सभी ने शिक्षा के साथ साथ चरित्र निर्माण कर एक अच्छा नागरिक बनना है l मैं आप सभी के उज्जवल भविष्य की कामना करता हूँ l


अखिल भारतीय रैगर महासभा की स्मारिका का लोकसभाध्यक्ष माननीय ओम बिरला ने किया विमोचन।



दिल्ली, समाजहित एक्सप्रेस (रघुबीर सिंह गाड़ेगांवलिया) l अखिल भारतीय रैगर महासभा (रजिं०) के बैनर तले रविवार 20 अक्टूबर 2019 को नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में रैगर समाज के गणमान्य लोगों की उपस्थिति में एक स्मारिका का विमोचन मुख्य अतिथि लोकसभाध्यक्ष माननीय ओम बिरला ने अपने करकमलों से किया । रैगर समाज के विख्यात चित्रकार होशियार सिंह तोंगरिया ने मुख्य अतिथि का आकर्षक पोर्ट्रेट बनाकर, उपहार स्वरूप भेट की l

स्मरण रहे गत वर्ष 21 फरवरी 2018 को नई दिल्ली स्थित तालकटोरा गार्डन में अखिल भारतीय रैगर महासभा (रजिं०) के तत्वाधान में संयोजक पूर्व महापौर योगेन्द्र चांदोलिया के अथक प्रयासों द्वारा छठा अखिल भारतीय रैगर महासम्मेलन सम्पन्न हुआ था l रैगर महासम्मेलन अपनी विशालता के साथ बडा ही भव्य और मनमोहक था l छठे अखिल भारतीय रैगर महासम्मेलन की सफलता के बाद संयोजक पूर्व महापौर योगेन्द्र चांदोलिया द्वारा स्मारिका विमोचन का भव्य कार्यक्रम रविवार 20 अक्टूबर 2019 को सांय 05 बजे नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में आयोजित किया गया l

इस अवसर पर मुख्य अतिथि लोकसभाध्यक्ष माननीय ओम बिरला ने धर्मगुरु स्वामी ज्ञानस्वरूप जी एवं त्यागमूर्ति स्वामी आत्माराम ‘लक्ष्य’ जी के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित करके स्मारिका विमोचन कार्यक्रम का शुभारंभ किया l उपस्थित रैगर समाज के गणमान्य लोगों की तालियों की गडगडाहट के बीच संयोजक पूर्व महापौर योगेन्द्र चांदोलिया द्वारा माननीय लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पुष्प गुच्छ भेंट कर जोरदार स्वागत किया l इस दौरान मंच पर उपस्थित राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ० एस.के. मोहनपुरिया, पूर्व अध्यक्ष बी.एल. नवल, डा. मुक्तेश चन्द्र (IPS स्पेशल कमिश्नर दिल्ली पुलिस) एवं पांच केन्द्रीय शासित प्रदेशो के निर्वाचन आयुक्त नरेंद्र कुमार मोलपुरिया (सेवानिवृत्त IAS) सहित अन्य विशिष्ट अतिथियों का भी पुष्प गुच्छ भेंट कर स्वागत किया गया l

मुख्य अतिथि लोकसभाध्यक्ष माननीय ओम बिरला ने समाज को संबोधित करते हुए कहा कि धार्मिक व सामाजिक विषयो पर आज़ादी से पूर्व से ही रैगर समाज के संतों का मार्गदर्शन व विकास की सोच और विचार समाज के लिए प्रेरणास्पद रहे है । रैगर समाज के लोगो के द्वारा समाजसेवा के साथ सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ संगठित होकर कार्य किया है और प्रगतिशील की भावना को अपनाया है l राजस्थान के लोकसभा क्षेत्र कोटा में रैगर समाज के साथ अपने सद्भावना पूर्ण मित्रवत स्नेह संबंधों, सहयोग और समर्थन का भी जिक्र किया l उन्होंने अखिल भारतीय रैगर महासभा को समाज उत्थान के सभी आवश्यक कार्यों व राजनीतिक विकास में सहयोग देने का आश्वासन दिया l

संयोजक योगेन्द्र चांदोलिया ने विज्ञान भवन में उपस्थित महानुभावों को छठे रैगर महासम्मेलन के बारे में अवगत करवाते हुए, कहा कि गत वर्ष 21 फरवरी 2018 को नई दिल्ली स्थित तालकटोरा गार्डन में रैगर महासम्मेलन के कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए समस्त दिल्ली के क्षेत्रो में विभिन्न इकाईयो के माध्यम से व्यवस्थाओ मे लगे सभी कार्यकर्ता धन्यवाद के पात्र है | जिन्होंने पूर्ण तत्परता व निष्ठा से बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और पावन पुनीत कार्य को सफल बनाया l अपने स्वागत भाषण में सम्मानित अतिथियों एवं दानदाताओं का अभिनन्दन किया l अपने साथ काम करने वाली टीम के सदस्यों का छठे रैगर महासम्मेलन की सफलता और दिन रात स्मारिका को तैयार करने में सहयोग के अथक प्रयासों के लिए आभार व्यक्त किया । उन्होंने इस दौरान महासभा के समाज हित में किए कार्यों का विस्तारपूर्वक उल्लेख किया गया ।

विशिष्ट अतिथि डा. मुक्तेश चन्द्र गाड़ेगांवलिया (IPS, स्पेशल कमिश्नर,दिल्लीपुलिस), ने अपने संबोधन में शिक्षा के महत्व को समझाते हुए, कहा कि समाज में प्रतिभाओ की कमी नहीं है कमी है संसधानाओ की l  रैगर समाज में भावी युवाओं की प्रगति व विकास के लिए बिहार की तरह टाप सुपर 30 की नीति के तहत प्रतिभाओं को मार्गदर्शन व सहायता उपलब्ध करवाने के लिए महासभा को व्यवस्था करानी चाहिए l उन्होंने  उपस्थित समस्त समाज के महानुभावों से पूछा कि इस विचार का जो समर्थन और सहयोग करना चाहते है वे हाथ उठाकर करें, जिस पर उपस्थित सभी ने हाथ उठाकर समर्थन किया l

कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथिओ राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ० एस.के. मोहनपुरिया, पूर्व अध्यक्ष बी.एल. नवल, एवं नरेंद्र कुमार मोलपुरिया (सेवानिवृत्त IAS) आदि वक्ताओं ने भी समाज की जागरूकता, शिक्षा व वर्तमान समाज की स्थिति के बारे में अपने अपने विचारों से समाज को संबोधित किया l अंत में संयोजक पूर्व महापौर योगेन्द्र चांदोलिया ने मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथिओ और दिल्ली व विभिन्न प्रदेशो से आये समाज के गणमान्य महानुभावो का आभार और अभिनन्दन व्यक्त किया और सभी से भोजन करने की अपील की l कार्यक्रम में मंच संचालन देशराज अलुरिया ने किया l

Thursday, October 24, 2019

वैयक्तिक विकास एवं सामाजिक प्रगति का साधन केवल शिक्षा ही है : डॉ० एस.के.मोहनपुरिया



दिल्ली,समाजहित एक्सप्रेस (रघुबीर सिंह गाड़ेगांवलिया) l  नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में गत रविवार को आयोजित स्मारिका विमोचनसमारोह में अखिल भारतीय रैगर महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ० एस. के. मोहनपुरिया ने रैगर समाज की महासभा की गतिविधियों पर विस्तार से बताते हुए कहा कि वैयक्तिक विकास एवं सामाजिक प्रगति का साधन केवल शिक्षा ही है l

अखिल भारतीय रैगर महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ० एस.के.मोहनपुरिया ने विज्ञान भवन में रैगर समाज को संबोधित करते हुए कहा कि समाज मे बहुत सारी सामाजिक समस्याएँ और कुरीतियाँ है । इन्हें हमे दूर करना होगा और विकास की ओर कदम बढाने होंगे । इसके लिए स्वामी आत्माराम लक्ष्य जी ने आज़ादी से पूर्व राजस्थान के दोसा में प्रथम रैगर महासम्मेलन आयोजित कर रैगर समाज को विकास की ओर ले जाने का महान कार्य किया और 1944 में ही भोलाराम तोंगरिया की अध्यक्षता में अखिल भारतीय रैगर महासभा का गठन किया था l

शिक्षा किसी भी व्यक्ति, समाज और देश के विकास की धुरी होती है । शिक्षा के बिना कोई भी देश, समाज या व्यक्ति प्रगति नही कर सकता है । शिक्षा ही एक ऐसा माध्यम है जिसके द्वारा व्यकित, समाज या देश का मूल्यांकन किया जा सकता है । शिक्षा नागरिकों में आत्मविश्वास, आत्मगौरव, आत्मसंतोष जैसे भावों को भरने के साथ-साथ समाज सेवा जैसे सद्गुणों को विकसित करने की अलौकिक शक्ति है ।

उन्होंने आगे कहा कि रैगर समाज ने विभिन्न क्षेत्रो में विकास किया भी है लेकिन जितना होना चाहिए था उतना नहीं हो पाया l बाबा साहब ने समाज की महिलाओ को शिक्षित करने की बात कही थी l आज भी राजस्थान के ग्रामीण क्षेत्रो में गरीबी के कारण लड़कियां शिक्षा में पीछे है इसके लिए हमने महासभा के स्तर पर राजस्थान के सभी 33 जिलो में महिला प्रकोष्ट बना दिए है और पदाधिकारी भी नियुक्त कर दिए है l हम सरकार की योजनाओ के तहत उनको लाभ दिलवाकर अधिक से अधिक महिलाओ को शिक्षित करने का प्रयास कर रहे है l एक महिला के शिक्षित होने से पूरा परिवार शिक्षित हो जाता है l शिक्षा ही महिलाओ को समाज में समान अवसर, उनके अधिकारों की सुरक्षा तथा समाज में पूर्ण भागीदारी प्रदान करती है l वर्तमान समय में रैगर समाज के सामाजिक विकास में शिक्षित महिलाओ व पुरुषो की महत्वपूर्ण भूमिका है ।

राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ० एस.के.मोहनपुरिया ने अखिल भारतीय रेगर महासभा के द्वारा छठे महासम्मेलन के सफल आयोजन के लिए संयोजक योगेंद्र चांदोलिया की सराहना की l विज्ञान भवन में लोकसभा अध्यक्ष   माननीय ओम बिडला जी से रैगर समाज की स्मारिका विमोचन कराने पर बधाई और आभार जताया l