Sunday, December 29, 2019

मरुधर भक्ति सागर संगम के तत्वाधान में बाबा रामदेव जी महाराज की दिव्तीय विशाल भजन संध्या सम्पन्न


दिल्ली, समाजहित एक्सप्रेस (रघुबीर सिंह गाड़ेगांवलिया) l  बुद्धवार 25 दिसम्बर 2019  को मरुधर भक्ति सागर संगम के तत्वाधान में एम० सी० डी० स्कूल, सेक्टर-21, रोहिणी, नियर तिरंगा चौक, नई दिल्ली-110086 पर संतश्री गुरु मोतिदास जी महाराज के सानिध्य में जन-जन के आराध्यदेव और सामाजिक समरसता के प्रतीक बाबा रामदेव जी महाराज की संगीतमय विशाल दूसरी भजन संध्या का आयोजन दोपहर 2 बजे से रात्रि 10 बजे तक बड़ी धूमधाम से किया गया l प्रसिद्द भजनगायको ने अपनी मधुर वाणी से भक्तिरस के भजनों की भक्ति सरिता बहा कर सम्पूर्ण वातावरण को भक्तिमय बना दिया, जिसका श्रद्धालु व श्रोताओं ने बड़ा आनंद लिया l
मरुधर भक्ति सागर संगम द्वारा आयोजित मे मुख्य अतिथि देवेन्द्र सोलंकी (चेयरमैन रोहिणी जोन) डॉ० सुनील कुमार बोकोलिया (DSO), सुनील यादव (गंगानगर), मुकेश कुमार (NRI), रघुबीर सिंह गाड़ेगांवलिया (संपादक समाजहित एक्सप्रेस), महिपाल सिंह (समाज सेवक), पवन पुनिया (निर्देशक पुनिया फिल्म व भजन लेखक), विजयराज (युवा नेता),स०सूरज भान व श्रीमती पिंकी कौर,श्रीमती गोदावरी सोनी (माँसा), श्रीमती उमा राजपूत (बाईसा), डॉ०आदित्य मीढा (गंगानगर), विशेष अतिथि राजेन्द्र प्रसाद(रायसिंहनगर), राकेश (बन्ना जी) ब्यावर, अभिलाष गुप्ता (बैंकर्स दिल्ली) सहित कई गणमान्य महानुभाव शामिल हुए l
बाबा रामदेव जी महाराज की संगीतमय विशाल दूसरी भजन संध्या से पूर्व तपस्वी संतश्री गुरु मोतिदास जी महाराज को फूलों से सजाई गई बग्गी में विराजमान कर नगर यात्रा (भ्रमण) कराई गई l अनुयायियों की ओर से उनका जगह जगह पुष्प वर्षा कर व माल्यार्पण द्वारा भव्य स्वागत व आगमन अभिनन्दन कर उनका आशीष प्राप्त किया l
तपस्वी संतश्री गुरु मोतिदास जी महाराज को नगर यात्रा (भ्रमण) के उपरांत मरुधर भक्ति सागर संगम के सभी पदाधिकारी आदर सहित भजन संध्या के पंडाल में लेकर आये और तपस्वी संतश्री गुरु मोतिदास जी महाराज के करकमलो द्वारा हिन्दू-मुस्लिम प्रतीक बाबा रामदेव जी महाराज की ज्योति प्रज्वलित करा कर आरती की गई l कार्यक्रम में आये सभी अतिथियों का मरुधर भक्ति सागर संगम के पदाधिकारियों द्वारा फूलो की माला से भव्य स्वागत कर बाबा का पटका पहनाया l तपस्वी संतश्री गुरु मोतिदास जी महाराज ने सभी अतिथियों को स्मृति चिन्ह भी भेट किये l
रोहिणी में मरुधर भक्ति सागर संगम द्वारा आयोजित कलियुग अवतारी बाबा रामदेव जी महाराज का संगीतमय विशाल भजन संध्या का विधिवत शुभारम्भ राजेश कश्यप की मधुरवाणी से गणेश वंदना से हुआ l संगीतमय विशाल भजन संध्या के दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु उमड़े । कार्यक्रम में विभिन्न धार्मिक सुन्दर-सुन्दर झाकियों के साथ मरुधर कृष्णा आर्ट ग्रुप सहित कई राजस्थान और दिल्ली के सुप्रसिद्ध भजन गायकों में गुरु सेवक अली (हनुमान गढ़), श्याम सुंदर,रतन शाह,नितेश नादान, संदीप प्रजापति,रवि नायक व नवदीप ओसवाल सहित अनेक गायक कलाकारों ने रोहिणी के आभामंडल में अपनी मधुरवाणी से मंत्रमुग्ध कर देने वाले एक से बढक़र एक भजन सुनाकर श्रद्धालु व श्रोताओं को भावविभोर कर नाचने पर मजबूर कर दिया । पंडाल में बाबा रामदेव जी महाराज के जयकारें भी गूंजते रहे ।
इस दौरान मरुधर भक्ति सागर संगम के प्रधान लक्ष्मण सिंह, चेयरमैन विनय दास, कोषाध्यक्ष राजेश कश्यप,प्रचार मंत्री हेमंत भरद्वाज,दिल्ली अध्यक्ष विजय बैरवा,अध्यक्ष सुरेन्द्र कुमार, राजस्थान प्रचार मंत्री सुरेन्द्र सुधार,संस्थापक हेमराज,वरिष्ठ कार्यकर्ता रतन शाह,कार्यकर्ताशंकर लाल खिची,गुलशन कुंडारा, सतीश बैरवा सहित अन्य कार्यकारिणी सदस्य व सहयोगी मौजूद रहे l


मरुधर भक्ति सागर संगम (रजि०) की ओर से आगामी 25 दिसम्बर को लोकदेवता बाबा रामदेव जी महाराज के भजनों की दूसरी विशाल भजन संध्या का आयोजन रोहिणी सेक्टर 21 में किया जायेगा l


दिल्ली, समाजहित एक्सप्रेस (रघुबीर सिंह गाड़ेगांवलिया) l  मरुधर भक्ति सागर संगम के तत्वाधान में बुद्धवार 25 दिसम्बर 2019 की दोपहर 2 बजे से 10 बजे तक एम० सी० डी० स्कूल सेक्टर-21, रोहिणी, नियर तिरंगा चौक, नई दिल्ली-110086 पर संतश्री गुरु मोतिदास जी महाराज के सानिध्य में कलियुग में लोक देवता, महामानव, शक्तिवान, सिद्धसंत, युगपुरूष, जन-जन के आराध्यदेव और सामाजिक समरसता के प्रतीक बाबा रामदेव जी महाराज की संगीतमय विशाल दूसरी भजन संध्या का आयोजन किया जायेगा l
जिसमे मुख्य अतिथि उतर पश्चिमी लोकसभा क्षेत्र के सांसद हंसराज हंसविशिष्ट अतिथि महिपाल सिंह (समाज सेवक), सुनील यादव (गंगानगर), सुनील कुमार बोकोलिया (DSO), पवन पुनिया (भजन लेखक), रघुबीर सिंह गाड़ेगांवलिया (संपादक) व अभिलाष गुप्ता आदि होंगे l
धान लक्ष्मण सिंह सामोता (मरुधर भक्ति सागर संगम) ने बताया कि 25 दिसम्बर को दोपहर 02 बजे से प्रभु इच्छा तक बाबा रामदेव महाराज की भजन संध्या का आयोजन किया जाएगा। भजन संध्या में सुविख्यात बाबा रामदेव महाराज के जम्मा गायक अपनी भजन मंडली के साथ मधुर भजनों से बाबा रामदेव महाराज की महिमा का गुणगान करेंगे ।

Saturday, December 28, 2019

स्वामी आत्मा राम ‘लक्ष्य’ जन्मोत्सव समारोह समिति-दिल्ली (पंजी०) के तत्वाधान में ग्यारहवीं श्री राम कथा का आयोजन



दिल्ली, समाजहित एक्सप्रेस (रघुबीर सिंह गाड़ेगाँवलिया) । स्वामी आत्मा राम लक्ष्यजन्मोत्सव समारोह समिति के तत्वाधान में धर्मगुरु स्वामी ज्ञान स्वरुप महाराज जी के 125वें जन्मोत्सव पर देश व समाज कल्याणार्थ ग्यारहवीं श्रीराम कथा प्रवचन से पूर्व श्री रामदेव मंदिर बिडन पूरा करोलबाग से शुक्रवार 27 दिसम्बर 2019 को सुबह 11 बजे 1205 महिलाओ ने माथे पर कलश रखकर विभिन्न मार्गो से भ्रमण करते हुए भव्य कलशयात्रा शिव मंदिर, रैगर चौपाल देव नगर तक निकाली गई l
इस कार्यक्रम में आये रैगर समाज के प्रबुद्ध एवं गन्यमाण लोगों को स्वामी आत्मा राम लक्ष्यजन्मोत्सव समारोह समिति की ओर से पगड़ी बंधवाकर स्वागत किया गया l इस कलश यात्रा में बड़ी संख्या में पुरुष और महिलाओं ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया । प्रारम्भ स्थल पर सभी भक्तो के लिए चाय-नाश्ते की व्यवस्था की गई थी l विश्राम स्थल पर प्रशादी के रूप में भोजन की व्यवस्था की गई थी l
कलश यात्रा में गाजे बाजे एवं रथ यात्रा मे विशेष रूप से शामिल थे, कलश यात्रा में रैगर समाज के प्रबुद्ध एवं गन्यमाण लोगों के विशाल जनसमूह ने भी भाग लिया l जिस जिस मार्ग से कलशयात्रा गुजरी उस समूचे क्षेत्र का वातावरण भक्तिमय हो गया ।
विगत वर्षो से रामकथा आयोजन की लोकप्रियता में काफी वृद्धि हुई है लोग बड़े ही श्रद्धा एवं भक्ति पूर्वक इस आयोजन में भाग लेकर पुण्य का भागी बनते हैं इस आयोजन की सबसे बड़ी विशेषता यही है कि इसमें वक्ता एवं श्रोता दोनों ही प्रायः आध्यात्मिकता से जुड़े हुए है l

Friday, December 27, 2019

आज मेरे पूज्यनीय बाबाजी (पिताश्री) की 50 वीं पुण्यतिथि पर उनके चरणों में सहपरिवार शत-शत नमन।


बन दीपक जला अन्धेरे में, जो मुझे रौशनी देता था l

एक फ़रिश्ता ऐसा मैंने, अपने पिता के रूप में देखा था ll
साधारण से दिखने वाले,परिश्रमी, एक अद्भूत सेवाभाव व्यक्तित्व के मालिक थे मेरे बाबा (पिताश्री) । खादी का धोती-कुर्ता पहनते थे l खाने पीने और अच्छा पहनने के शौकीन थे । आज के दिन 27 दिसम्बर 1969 को प्रात: मेरे बाबाजी (पिताश्री) श्रवण लाल गाड़ेगांवलिया जी का 35 वर्ष की उम्र में असामयिक निधन हुआ था । आज मेरे बाबा (पिताश्री) के लिए मन बहुत उदास है, उनको मृत्युलोक से देवलोक गए आज 50 साल हो गये । लेकिन कभी कभी लगता है जैसे अभी-अभी की तो बात है l फिर भी यादों में, बातों में, जीवन के हर क्षण में उनकी कमी और ज़रूरत महसूस होती है । यूँ तो ये शाश्वत नियम है; जिस प्राणी ने जन्म लिया है, उसे मृत्यु को प्राप्त होना ही है, लेकिन असमय हुई मृत्यु असहाय हो जाती है ।

आज का यह दिन मैं जीवन में कभी नहीं भुला सकता, मगर उनके आदर्श और सिद्धान्त तथा आम जन के प्रति उनकी सकारात्मक सोच हमे हमेशा प्रेरित करती है l हम आपके दिए हुए आदर्शो और दिखाए हुए रास्तो पे चल रहे हे, फिर भी हम भूलवश कही भटक जाये, तो आप जहा भी हो वहां से परिवार पर अपनी अनुभूति हमेशा बनाये रखना !! आपका स्नेह और आशीर्वाद हम पर हमेशा बना रहे।

बाबा जी आप दूर रहकर भी सदा हमारे पास हैं,
हमारे दिलो दिमाग में सदा आपका एहसास है,
आपकी स्मृतियां हमारी धरोहर हैं,
आपके आदर्श हमारे मार्गदर्शक हैं,
आपके मार्गदर्शन आपके आदर्श,
आपका आशीर्वाद आज भी हमारे साथ है l
पूज्यनीय बाबा (पिताश्री) जी की 50वीं पुण्यतिथि पर हम सहपरिवार सजल नेत्रों से सादर श्रद्धांजलि अर्पित करते है और आपको सादर कोटि-कोटि नमन करते है l


Monday, December 23, 2019

वरिष्ठ लेखक व साहित्यकार डा० पी.एन. रछौया द्वारा लिखित “रैगर जाति की संस्कृति कला एवं रीति रिवाज” नामक पुस्तक का विमोचन



दिल्ली, समाजहित एक्सप्रेस (रघुबीर सिंह गाड़ेगांवलिया) l नई दिल्‍ली के जनपथ पर स्थित आंबेडकर फाउंडेशन भवन के परिसर में रैगर समाज की संस्कृति कला एवं रीति-रिवाजो पर आधारित वरिष्ठ लेखक व साहित्यकार डा० पी.एन. रछौया (सेवानिवृत, भारतीय पुलिस सेवा) द्वारा लिखित “रैगर जाति की संस्कृति कला एवं रीति रिवाज” नामक पुस्तक का विमोचन भारत सरकार के केंद्रीय सामाजिक न्याय व अधिकारिता मंत्री माननीय थावरचंद गहलोत ने किया l इस सुनहरे मौके पर मौजूद गणमान्य लोगों ने उत्साह से पुस्तक का स्वागत किया ।

आई.पी.एस. बैंच 1972 के परमानंद रछौया का जन्म दिनाक 4 फरवरी 1945 को दलित समाज के रैगर जाति में पिता कालूराम रछौया के घर माता खेमलीदेवी के गर्भ से दिल्ली में हुआ। आज भारत सरकार के केंद्रीय सामाजिक न्याय व अधिकारिता मंत्री माननीय थावरचंद गहलोत के हाथों किताब का विमोचन होने से डा० पी.एन. रछौया की जन्म स्थली गौरवान्वित महसूस कर रही है l

शुक्रवार 20 दिसम्बर को आंबेडकर फाउंडेशन भवन के परिसर में भारत सरकार के केंद्रीय सामाजिक न्याय व अधिकारिता मंत्री माननीय थावरचंद गहलोत ने वरिष्ठ लेखक व साहित्यकार डा० पी.एन. रछौया (सेवानिवृत, भारतीय पुलिस सेवा) द्वारा लिखित रैगर जाति की संस्कृति कला एवं रीति रिवाजनामक पुस्तक का विमोचन किया l इस अवसर पर उपस्थित भागीदारों में राज्य-अनुसूचित जाति आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष (राज्यमंत्री) व डॉ. अम्बेडकर फाउंडेशन के सदस्य विकेश खोलिया, समाजहित एक्सप्रेस के संपादक रघुबीर सिंह गाड़ेगांवलिया, दिल्ली प्रांतीय रैगर पंचायत की उपप्रधान व कवियत्री चंद्रकांता सिवाल व पुस्तक के वितरक नवरत्न गुसाईंवाल तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित रहे ।

इस सुनहरे मौके पर पुस्तक के वितरक नवरत्न गुसाईंवाल ने बताया कि भविष्य को बेहतर गढ़ने के लिये अतीत को समझना अनिवार्य होता है । इतिहास के अभाव में रैगर जाति न तो संगठित हो सकी और न तेज गति से विकास कर सकी । रैगर जाति का इतिहास सदैव गौरवशाली रहा है । देश की आजादी के लिए अनेकों रैगर जेल गए हैं तथा कठोर यातनाएं सही हैं । इस जाति में प्रबुद्ध संत-महात्‍मा तथा समाज सुधारक हुए हैं । रैगर जाति की आदर्श रीति-रिवाज व परम्‍पराएं रही हैं । वर्तमान और भावी पीढ़ी को इन सब बातों की जानकारी देना नितान्‍त आवश्‍यक है ।

इस बात को ध्यान में रखते हुए रैगर समाज के वरिष्ठ लेखक व साहित्यकार डा० पी.एन. रछौया (सेवानिवृत, भारतीय पुलिस सेवा) ने कई वर्षों तक जागा-पोथियों का गहन अध्ययन व शोध, विभिन्न स्थलों का भ्रमण, प्राचीन दस्तावेजों को परख कर एतिहासिक महत्वपूर्ण तथ्यों को संजोकर भावी पीढ़ी के लिए स्वरचित रैगर जाति की संस्कृति कला एवं रीति रिवाजनामक पुस्तक प्रस्तुत की है l यह सराहनीय है कि 84 वर्ष की आयु में वह पुस्तक लिख रहे है, जो नवोदित लेखकों के लिए प्रेरणा का स्त्रोत हैं । वर्तमान भौतिकवादी युग में साहित्यकारों और लेखको का दायित्व है कि वे समाज की संस्कृति, परम्परा एवं रीति-रिवाज से नई पीढ़ी को अवगत कराएं ताकि रैगर समाज की संस्कृति पीढ़ी दर पीढ़ी बनी रह सके ।



Sunday, December 22, 2019

डॉ. अम्बेडकर फाउंडेशन के सदस्य विकेश खोलिया ने प्रमुख सामाजिक कल्‍याण योजनाओं की जानकारी दी



नई दिल्‍ली के जनपथ पर स्थित आंबेडकर फाउंडेशन भवन के परिसर में राज्य-अनुसूचित जाति आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष व डॉ. अम्बेडकर फाउंडेशन के सदस्य विकेश खोलिया से सामाज कल्‍याण की योजनाओं पर समाजहित एक्सप्रेस के संपादक रघुबीर सिंह गाड़ेगांवलिया ने विस्तार से बातचीत की l बातचीत के दौरान दिल्ली प्रांतीय रैगर पंचायत की उपप्रधान व कवियत्री श्रीमती चंद्रकांता सिवाल व नवरत्न गुसाईंवाल भी उपस्थित रहे l

अनुसूचित जाति/ जनजाति के समग्र विकास को आगे बढ़ाने में सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय की स्वशासी संस्था डॉ. अम्बेडकर फाउंडेशन (डीएएफ) एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है । भारत और विदेश में डॉ. अम्बेडकर के विचारों के प्रसार के लिए सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय की स्वशासी संस्था के रूप में फाउंडेशन का गठन मार्च, 1992 में किया गया ।

डॉ. अम्बेडकर फाउंडेशन के सदस्य विकेश खोलिया ने बातचीत के दौरान सामाजिक न्याय एवं मानव गरिमा संस्थान के सचिव नवरत्न गुसाईंवाल द्वारा संकलित सामाजिक सुरक्षा एवं कल्याणकारी योजनाओ की पुस्तक को भेट करते हुए योजनाओं के बारे में खुलकर बताया कि समाज के विकास के लिए भारतीय सविधान में क्रांतिकारी प्रावधान दिये गए है जिसके तहत भारत सरकार द्वारा कई कल्याणकारी योजनाएं संचालित की जा रही है, जैसे शिक्षा की प्रगति के लिए डॉ. अम्बेडकर मैट्रिक पूर्व और पश्चात छात्रवृत्ति योजना, चिकित्सा सहायता, अत्याचार पीड़ित लोगों को राहत, अतंरजातीय विवाहित जोड़ों को सहायता, कौशल विकास तथा उद्यमशीलता आदि ऐसी बहुत सारी योजनायें है जो इस पुस्तक में है ।

विकेश खोलिया ने आगे बताया कि डॉ. अम्बेडकर चिकित्सा सहायता योजना के के अतंर्गत अनुसूचित जाति और जनजाति के व्यक्तियों को जिनके परिवार की आय ढाई लाख रूपये सालाना है उन्हें किडनी, सर्जरी, ह्रदय, लीवर, कैंसर और मस्तिष्क की गंभीर बीमारियों से पीड़ित रोगों और अंग प्रत्यारोपण तथा स्पाइनल सर्जरी सहित गंभीर बीमारियों में चिकित्सा सहायता दी जाती है ।
अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति के सभी छात्रों को बी.टेक, डुअल डिग्री, एम.टेक, एम.एस.सी., एम.एस. एवं पीएचडी इत्यादि में टयूशन शुल्‍क का भुगतान करने से छूट दी जाती है । भले ही उनके माता पिता की आय कितनी भी क्‍यों न रही हो । मेस की निशुल्‍क सुविधा (मूलभूत मेनू) और 250 रूपये प्रति महीने का जेब भत्‍ता प्रदान किया जाता है, बशर्ते कि उनके माता पिता की आय दो लाख रुपये वार्षिक से कम हो ।

राष्‍ट्रीय अनुसूचित जाति वित्‍त एवं विकास निगम द्वारा अनुसूचित जातियों के लाभार्थियों को विभिन्‍न क्षेत्रों से जुड़ी गतिविधियों में जीवन कौशल विकास संबंधी प्रशिक्षण भी दिया जाता है, जिनमें  परिधान सिलाई, मोबाइल की मरम्मत, हस्तशिल्प, बिजली मिस्त्री, नलसाजी (पलम्‍बिंग), मोटर ड्राइविंग, सौंदर्य और सेहत, सुरक्षा गार्ड, स्वास्थ्य सेवा इत्‍यादि शामिल हैं। लघु स्‍तर के विभिन्‍न व्‍यवसायों की स्‍थापना के लिए ऋण दिये गये हैं जिनमें किराने की दुकानें, हार्डवेयर की दुकानें, जूते बनाने वाली दुकानें, दर्जी की दुकानें, फर्नीचर बनाने एवं मरम्मत की दुकानें, फोटोग्राफी, दवा की दुकानें, कृषि में पॉली-हाउस, वाणिज्यिक वाहनों की खरीद, कंप्यूटर मरम्मत की दुकानें, ई-रिक्शा, सुअर पालन फार्म, सिले-सिलाये परिधान, स्वच्छता वाहन, इत्‍यादि शामिल हैं। इसके लिए 50000/-रुपये से लेकर 30 लाख रुपये तक के ऋण दिये जाते हैं, जिनका पुनर्भुगतान 3 से 10 वर्षों में किया जाना है। इन पर 3.5 प्रतिशत से लेकर 10 प्रतिशत तक ब्‍याज देय हैं ।
महान संतों की जयंती/ पुण्यतिथि मनाने के लिए अंबेडकर योजना के तहत सामाजिक न्याय को प्रोत्साहित करने, असमानता और भेदभाव को समाप्त करने और समाज के कमजोर वर्गों के लोगों की स्थिति को सुधारने में अथक प्रयास करने वाले महान संतों की जयंती बनाने के लिए मान्यता प्राप्त कॉलेजों/विश्वविद्यालयों/संस्थानों तथा पिछले 2 वर्ष से कार्य कर रहे पंजीकृत एनजीओ को अनुदान सहायता देने का प्रावधान है।
अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निषेध) अधिनियम 1989 के अंतर्गत संशोधित अधिनियम 2016, में नए अपराधों और वर्तमान अपराधों के लिए राहत में वृद्धि की गई । पहली बार बलात्कार और सामूहिक बलात्कार को शामिल किया गया है । सामूहिक बलात्कार मामले में राहत राशि बढ़ाकर 8.25 लाख रुपये कर दी गई है और बलात्कार के मामले में राशि 5 लाख रुपये का प्रावधान है । अनुसूचित जाति/ अनुसूचित जनजाति के लोगों पर अत्याचार के मामलों की सुनवाई आरोप पत्र दाखिल करने की तिथि से 2 महीने के अंदर पूरी कर ली जाएगी ।
राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी वित्त एवं विकास निगम द्वारा कौशल विकास मैला ढोने से जुड़े व्यक्तियों समेत निर्धनों में सबसे निर्धन व्यक्ति को परिधान सिलाई, हस्तकला, इलैक्ट्रीशियन, मोटर ड्राइविंग, ब्यूटी एवं वेलनेस, फर्नीचर एवं फीटिंग जैसे विविध क्षेत्रों में विभिन्न जीवन कौशल कार्यकलापों में प्रदान किया जाता है । किराना दुकान, हार्डवेयर दुकानें, चमडें की वस्तुओं की दुकानें, दर्जी की दुकानें, मेडिकल दुकानें, मोमबत्ती एवं मसाला निर्माण तथा वितरण, ई-रिक्सा, सुअर पालन, रेडीमेड परिधान, झाडु निर्माण, स्वच्छता वाहन, मछली के स्ट़ॉल, इमिटेशन ज्वैलरी आदि की स्थापना के लिए 50 हजार रुपये से 25 लाख रुपये तक ऋण दिये जाते हैं ।

Thursday, December 19, 2019

मरुधर भक्ति सागर संगम द्वारा आगामी 25 दिसम्बर को बाबा की दूसरी भजन संध्या का आयोजन



दिल्ली, समाजहित एक्सप्रेस (खुशहाल चन्द बड़ोलिया) l मरुधर भक्ति सागर संगम (रजि०) की ओर से आगामी 25 दिसम्बर को लोकदेवता बाबा रामदेव जी महाराज के भजनों की दूसरी विशाल भजन संध्या का आयोजन रोहिणी सेक्टर 21 में किया जायेगा l जिसके लिए निमंत्रण पत्र दिएजाने का सिलसिला जारी है ।निमंत्रण पत्र वितरण की इस कड़ी में बुधवार को मरुधर भक्ति सागर संगम के प्रधान लक्ष्मण सिंह, व चेयरमैन विनय दास सहित अन्य सदस्य समाजहित एक्सप्रेस के ऑफिस में पहुंचकर भजन संध्या के विशिष्ट अतिथि के लिए संपादक रघुबीर सिंह गाड़ेगांवलिया को सम्मान सहित निमंत्रण पत्र सौंपा ।

चेयरमैन विनय दास ने बताया कि बाबा रामदेव जी महाराज की अपार कृपा से विगत वर्ष की तरह इस वर्ष भी 25 दिसम्बर को संतश्री गुरु मोतिदास जी महाराज के सानिध्य में लोकदेवता बाबा रामदेव जी महाराज के भजनों की दूसरी विशाल भजन संध्या का आयोजन किया जा रहा है । जिसमे मुख्य अतिथि उतर पश्चिमी लोकसभा क्षेत्र के सांसद हंसराज हंस होंगे, और सुप्रसिद्ध भजन गायक अपनी सुमधुर वाणी से बाबा के भजनों का गुणगान करेंगे l इस दौरान सांस्कृतिक मनमोहक झांकी भी होगी l

प्रधान लक्ष्मण सिंह ने बताया कि बाबा रामदेव जी महाराज की अपार कृपा व प्रेरणा स्त्रोत ब्रह्मलीन भक्तराज श्रद्धेय श्री गोपाल बजाज और संतश्री गुरु मोतिदास जी महाराज के सानिध्य में दूसरी विशाल भजन संध्या अपराह्न 2 बजे से बाबा की इच्छा तक बड़ी धूमधाम से किया जायेगा l कार्यक्रम के लिए किसी भी तरह के विशेष पास की कोई व्यवस्था नहीं की गई है, बाबा रामदेव जी महाराज में आस्था रखने वाले स्त्री-पुरुष सभी लोग आमंत्रित हैं l इस भजन संध्या मे बाबा की दया दुआ की बरसात होगी, जो जैसा याचक होगा उसको वैसा फल मिलेगा। कोई भी खाली नहीं जाएगा। भूल भटक कर भी जो आ जाएगा, उसको भी बाबा का आशीर्वाद प्राप्त हो जायेगा l